बेंगलुरू, 3 सितंबर . कर्नाटक के गृह मंत्री जी. परमेश्वर ने मंगलवार को आश्वासन दिया कि कांग्रेस सरकार रेणुकास्वामी के परिवार को न्याय सुनिश्चित करेगी. जेल में बंद कन्नड़ सुपरस्टार दर्शन, उसकी सहयोगी पवित्रा गौड़ा और 15 अन्य लोगों पर रेणुकास्वामी के अपहरण व हत्या का आरोप है.
पत्रकारों से बात करते हुए गृहमंत्री जी. परमेश्वर ने कहा, “हम सुनिश्चित करेंगे कि रेणुकास्वामी के परिवार को न्याय मिले. इसके लिए हम अदालत में प्रयास करेंगे. जांच अधिकारी आरोप पत्र दाखिल करते समय यह तय करेंगे कि मामले में आरोपी नंबर एक और दो के रूप में किसे नामित किया जाना चाहिए.”
उन्होंने घोषणा की कि विशेष जांच दल (एसआईटी) और सीआईडी द्वारा जांचे गए बिटकॉइन, वाल्मीकि आदिवासी कल्याण बोर्ड और कोविड घोटालों की समीक्षा के लिए एक अलग समिति बनाई जाएगी.
राज्यपाल थावरचंद गहलोत द्वारा बड़े और मध्यम उद्योग मंत्री एमबी पाटिल और आरडीपीआर, आईटी और बीटी मंत्री प्रियांक खड़गे के खिलाफ मुख्य सचिव से स्पष्टीकरण मांगने के बारे में पूछे जाने पर, गृह मंत्री ने कहा, “एमबी पाटिल ने पहले ही कहा है कि उन्होंने कानून का उल्लंघन कर किसी को कोई भूमि आवंटन नहीं किया है. केवल पात्रता के आधार पर आवंटन किया गया है. ऐसे में मामला यहीं खत्म हो जाता है.”
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के परिवार को बेंगलुरु एयरोस्पेस पार्क के परिसर में कथित रूप से अवैध भूमि आवंटन पर राज्यपाल को शिकायत सौंपे जाने के बाद उन्होंने कहा, “इस संबंध में केस के लिए सहमति देना राज्यपाल पर छोड़ दिया गया है. सत्यापन करवाना और उसके बाद निर्णय लेना उनका कर्तव्य है. उन्हें ऐसा करने दें. हजारों लोग शिकायत दर्ज कराते हैं और आरोप लगाते हैं, बाद में सत्यापन होने पर सच्चाई का पता लगाया जा सकता है.”
मुख्यमंत्री सिद्धारमैया के बाद अब मंत्रियों को निशाना बनाए जाने के सवाल पर गृहमंत्री ने कहा, ” मामले में राजनीति की जा रही है. भाजपा यह सब राजनीतिक मकसद से कर रही है. हम लोगों के सामने तथ्य पेश करेंगे और हमने अदालत को भी इसकी जानकारी दे दी है.”
संसद में विपक्ष के नेता राहुल गांधी समेत अन्य नेताओं से उनके व राज्य के दूसरे नेताओं के मुलाकात के संबंध में उन्होंने कहा, “नई दिल्ली यात्रा के दौरान, पार्टी के बड़े नेताओं से मिलना स्वाभाविक है. मैंने एक अलग उद्देश्य से राहुल गांधी से मुलाकात की थी और पीडब्ल्यूडी मंत्री सतीश जरकीहोली एक अलग कारण से उनसे मिलेंगे. मुलाकात को राजनीतिक रंग देने की जरूरत नहीं है. हमें अलग-अलग काम सौंपे गए हैं. “
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