रांची, 2 सितंबर . झारखंड में कांस्टेबल भर्ती की दौड़ में शामिल कई युवकों की मौत के बाद राज्य सरकार ने भर्ती प्रक्रिया तीन दिनों तक स्थगित कर दी है. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर यह जानकारी दी.
उन्होंने युवकों की मौत के कारणों और भर्ती की नियमावली की समीक्षा करने का भी निर्देश दिया है. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने लिखा है, “उत्पाद सिपाही की नियुक्ति प्रक्रिया में दौड़ के क्रम में प्रतिभागियों की असामयिक मृत्यु दुखद और मर्माहत करने वाली है. पूर्ववर्ती सरकार द्वारा बनाई गई नियमावली की अविलंब समीक्षा का निर्देश देते हुए हमने इस ढंग की भविष्य की सभी बहालियों के लिए नियमावली में बदलाव करने का निर्देश दिया है.”
सोरेन ने सोशल मीडिया पर अपने पोस्ट में बताया है कि मृतक और शोकाकुल परिवारों को सरकार की तरफ से तत्काल राहत पहुंचाने के लिए प्रस्ताव बनाने का निर्देश दिया गया है. युवाओं की असामयिक मृत्यु के कारणों की समीक्षा करने के लिए स्वास्थ्य विशेषज्ञों की एक समिति गठित की जा रही है. यह समिति परामर्श रिपोर्ट देने का भी निर्देश दिया गया है, ताकि भविष्य में इस तरह के हादसे नहीं हों.
सोरेन ने लिखा, “एहतियातन अगले तीन दिनों के लिए हमने इस भर्ती प्रक्रिया को स्थगित करने का निर्देश दिया है. दौड़ का आयोजन अब प्रातः 9 बजे के बाद किसी भी सूरत में नहीं किया जाएगा. जिन अभ्यर्थियों को दौड़ के पूर्व स्वास्थ्य परीक्षण की जरूरत महसूस होगी, उनके लिए चिकित्सकों की पर्याप्त व्यवस्था होगी. प्रतियोगिता स्थलों पर प्रतिभागियों के लिए नाश्ते और फल की व्यवस्था होगी, ताकि कोई भूखे पेट दौड़ में हिस्सा न ले.”
सीएम ने पोस्ट में लिखा, “आखिर किन कारणों से हमारे गांव-समाज के अपेक्षाकृत स्वस्थ-चुस्त लोग, पूर्व से चली आ रही शारीरिक परीक्षा में हताहत हो रहे हैं, आखिर झारखंड सहित देश में पिछले 3-4 वर्षों में सामान्य जन के स्वास्थ्य में ऐसा क्या बदलाव आया है?”
बता दें कि झारखंड में उत्पाद विभाग में कांस्टेबल के 583 पदों पर भर्ती की प्रक्रिया चल रही है. इसके तहत पुरुष अभ्यर्थियों के लिए एक घंटे में 10 किलोमीटर और महिलाओं लिए 40 मिनट में पांच किलोमीटर की दौड़ पूरी करने की शर्त रखी गई है. पिछले 11 दिनों के दौरान यह दौड़ में शामिल 10 से ज्यादा युवाओं की मौत हो गई है, जबकि 300 से भी ज्यादा अभ्यर्थी बेहोश हुए हैं.
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एसएनसी/एबीएम