कैनबरा, 2 सितम्बर . चीन ने दक्षिण चीन सागर में 19, 25 और 31 अगस्त को फिलीपींस के खिलाफ गोलीबारी की. ऑस्ट्रेलियाई सरकार ने सोमवार को इसकी जानकारी देते हुए चिंता व्यक्त की.
ऑस्ट्रेलियाई विदेश मंत्रालय ने एक बयान जारी कर कहा, “ऑस्ट्रेलिया चीन की इस कार्रवाई की फिलीपींस की निंदा से सहमत है. इससे दक्षिण चीन सागर में तनाव और बढ़ेगा.”
फिलीपींस ने 31 अगस्त को आरोप लगाया कि एक चीनी तट रक्षक जहाज ने जानबूझकर बीआरपी टेरेसा मैगबानुआ को टक्कर मारी. यह फिलीपींस तट रक्षक का सबसे बड़ा और सबसे आधुनिक जहाज है.
बयान में कहा गया है, “ऑस्ट्रेलियाई सरकार चीन से इन कार्रवाइयों को रोकने, विवादों को शांतिपूर्ण तरीके से हल करने और विशेष रूप से समुद्र के कानून पर संयुक्त राष्ट्र सम्मेलन (यूएनसीएलओएस) और समुद्र में टकराव की रोकथाम पर हुए समझौतों के पालन का आग्रह करती है. “
सरकारी स्वामित्व वाली फिलीपीन समाचार एजेंसी (पीएनए) ने शनिवार को बताया कि चीनी तट रक्षक (सीसीजी) के जहाज 5205 ने बीआरपी-टेरेसा मैगबानुआ को कई बार टक्कर मारी. बीआरपी-टेरेसा मैगबानुआ को अप्रैल में एस्कोडा शोल में तैनात किया गया था, जो पलावन से लगभग 75 समुद्री मील दूर है.
इसमें बताया गया कि टक्कर के कारण बीआरपी टेरेसा मैगबानुआ के ब्रिज विंग और फ्रीबोर्ड को क्षति पहुंची है. हालांकि चालक दल को कोई चोट नहीं आई.
पीएनए ने पश्चिमी फिलीपीन सागर के लिए फिलीपीन तटरक्षक बल के प्रवक्ता कमोडोर जे टैरिएला के हवाले से कहा कि चीनी तटरक्षक बल का जहाज खतरनाक ढंग से बीआरपी टेरेसा मैगबानुआ के अगले हिस्से से सीधे टकरा गया.”
पीसीजी प्रवक्ता ने मीडिया के समक्ष एक ड्रोन शॉट से जरिए दिखाया गया कि बीआरपी टेरेसा मैगबानुआ मूल रूप से पीपुल्स लिबरेशन आर्मी नेवी के टगबोट्स, जहाजों और “चीनी समुद्री सैनिकों से घिरा हुआ था.
इस घटना को लेकर कई देशों देशों द्वारा तीखी आलोचना की गई.
अमेरिकी राजदूत मैरीके लॉस कार्लसन ने एक्स पर लिखा, “संयुक्त राज्य अमेरिका पीआरसी द्वारा अंतर्राष्ट्रीय कानून के उल्लंघन की निंदा करता है. चीनी तटरक्षक बल द्वारा बीआरपी टेरेसा मैगबानुआ को जानबूझकर टक्कर मारना निंदनीय है. चीनी तटरक्षक जहाज फिलीपीन ईईजेड के भीतर था. हम अंतरराष्ट्रीय कानून को बनाए रखने में फिलीपींस के साथ खड़े हैं.”
पिछले सप्ताह, आस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री एंथनी अल्बानीज ने प्रशांत देशों के अन्य नेताओं के साथ मिलकर प्रशांत पुलिस पहल (पीपीआई) का समर्थन किया, जो पूरे क्षेत्र में शांति और सुरक्षा को बढ़ावा देने के लिए एक महत्वपूर्ण क्षेत्रीय प्रयास है.
विश्लेषकों का मानना है कि इस कदम का उद्देश्य हिंद-प्रशांत क्षेत्र में चीन के बढ़ते प्रभाव का मुकाबला करना है. इसकी घोषणा बुधवार को टोंगा में प्रशांत द्वीप समूह फोरम (पीआईएफ) के नेताओं की बैठक के दौरान की गई.
इससे प्रशांत क्षेत्र के देशों की कानून और व्यवस्था संबंधी चुनौतियों से निपटने, आंतरिक सुरक्षा आवश्यकताओं को पूरा करने तथा संकट के समय आपसी सहयोग की क्षमता में वृद्धि होगी.
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आरके/