नागपुर, 1 सितंबर . महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने छत्रपति शिवाजी महाराज की प्रतिमा ढहने को दुखद बताया. शिंदे ने कहा कि यह घटना हमारे लिए अस्मिता और श्रद्धा का विषय है, इसे राजनीति का मुद्दा नहीं बनाया जाना चाहिए.
विपक्ष पर आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा कि विपक्ष इस घटना को राजनीतिक रंग देने की कोशिश कर रहा है, क्योंकि उनके पास कोई ठोस मुद्दा नहीं है. शिंदे ने यह भी दावा किया कि विपक्ष को आगामी विधानसभा चुनाव में अपनी हार साफ नजर आ रही है, वे आगामी चुनाव में महाराष्ट्र की जनता से सबक सीखेंगे.
मुख्यमंत्री शिंदे ने कहा, “हमारे लिए छत्रपति शिवाजी महाराज का सम्मान अत्यंत महत्वपूर्ण है. उनकी प्रतिमा का ढहना हमारे लिए एक गंभीर मामला है. लेकिन विपक्ष इसका राजनीतिक फायदा उठाने की कोशिश कर रहा है, जो और भी दुखद है.” उन्होंने कर्नाटक में छत्रपति शिवाजी महाराज की प्रतिमा को तोड़े जाने की घटना की ओर इशारा करते हुए कहा कि उस घटना की तुलना में महाराष्ट्र में हो रही राजनीति और भी अधिक चिंताजनक है.
शिंदे ने कांग्रेस और अन्य विपक्षी दलों पर निशाना साधते हुए कहा कि कांग्रेस के नेता अनिल वडपल्लिवार ने मुख्यमंत्री लाडली बहन योजना को कोर्ट में चुनौती दी, जबकि यह योजना गरीब महिलाओं को वित्तीय सहायता प्रदान करती है. शिंदे ने कहा कि इस योजना की सफलता से डरकर विपक्ष ने यह कदम उठाया है.
मुख्यमंत्री ने कहा कि छत्रपति शिवाजी महाराज को राजनीति के लिए इस्तेमाल नहीं किया जाना चाहिए, क्योंकि वे हमारे देवता हैं और महाराष्ट्र के हर दिल में बसते हैं. उन्होंने स्पष्ट किया कि यह हमारी जिम्मेदारी है कि हम उनके सम्मान की रक्षा करें और किसी भी स्थिति में उनके नाम का दुरुपयोग नहीं होने दें. शिंदे ने अंत में कहा कि आने वाले चुनावों में जनता विपक्ष को उसकी गलतियों का जवाब देगी.
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