कोलकाता दुष्कर्म मामले में कपिल सिब्बल के बयान पर भड़की भाजपा, कहा- क्यों चुप हैं ममता व अखिलेश

गुरुग्राम, 31 अगस्त . सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ वकील और राज्यसभा सांसद कपिल सिब्बल के कोलकाता दुष्कर्म मामले पर दिए बयान को लेकर भाजपा नेता गौरव वल्लभ ने सवाल उठाए हैं. उन्होंने कहा कि कपिल सिब्बल को ऐसे बयान पर शर्म आनी चाहिए.

से बातचीत करते हुए गौरव वल्लभ ने कहा, “कपिल सिब्बल को थोड़ी शर्म करनी चाहिए. देश का हर व्यक्ति बंगाल की घटना से आहत है, लेकिन वह कहते हैं कि यह एक आम घटना है. क्या यह ममता बनर्जी का वक्तव्य है? जो वह सिब्बल को रोजाना चिट्टी लिखती हैं. सिब्बल कहते हैं कि यह एक आम घटना है. ममता बनर्जी को बताना चाहिए कि क्या कपिल सिब्बल सही कह रहे हैं या फिर वह चिट्ठियों के जरिए घड़ियाली आंसू बहा रहे हैं.”

उन्होंने कहा, “कपिल सिब्बल का ऐसा बयान देश के आम लोगों के लिए कोई आम बात नहीं है. उनसे मुझे यह उम्मीद नहीं थी, उनके इस बयान से देश को पीड़ा और दुख हुआ. उन्होंने ऐसा घटिया बयान देकर देश की आत्मा पर चोट पहुंचाने का काम किया है. मैं, ममता बनर्जी, अखिलेश यादव और “इंडिया” गठबंधन के नेताओं से पूछना चाहता हूं कि कपिल सिब्बल ने जो बयान दिया है, क्या उनका भी इस पर यही स्टैंड हैं. अगर ऐसा नहीं है, तो उन्हें कपिल सिब्बल के बयान पर सफाई देनी चाहिए.”

वित्त वर्ष 2024-25 की पहली तिमाही के आंकड़ों को भाजपा नेता गौरव वल्लभ ने शनिवार को शानदार बताया. उन्होंने कहा, “अप्रैल-जून अवधि के दौरान अर्थव्यवस्था में सभी महत्वपूर्ण सूचकांकों में वृद्धि देखने को मिली है.”

वल्लभ ने कहा कि वित्त वर्ष 2024-25 की जून तिमाही में जीडीपी वृद्धि दर 6.7 प्रतिशत रही. हमें यह ध्यान रखना होगा कि यह चुनाव का समय था, इसके कारण सरकारी खर्च कम रहा. अगर यह चुनावी वर्ष नहीं होता, तो यह आंकड़ा 7.25 प्रतिशत के आसपास होता.

उन्होंने आंकड़ों को शानदार बताते हुए कहा, “वित्त वर्ष 2024-25 में अप्रैल से जून की अवधि में अधिक श्रम खपत वाले सेक्टर जैसे कंस्ट्रक्शन में 10.5 प्रतिशत की वृद्धि हुई है. बिजली, गैस और पानी आपूर्ति में 10.4 प्रतिशत और निवेश में 7.47 प्रतिशत की वृद्धि हुई है. इसके साथ ही निजी खर्च भी बढ़ा है. अर्थव्यवस्था की दृष्टि से ये सुखद आंकड़े हैं.”

गौरव वल्लभ ने केंद्र सरकार द्वारा 2024-25 में 48.5 मिलियन टन खरीफ चावल खरीद का लक्ष्य रखे जाने पर से बातचीत में कहा, “पिछले साल 46.3 टन के मुकाबले इस बार सरकार ने 48.5 टन चावल खरीदने का लक्ष्य रखा है. सरकार मिनिमम सपोर्ट प्राइस पर किसानों से चावल खरीदेगी. इसका सीधा फायदा किसानों को होगा.”

उन्होंने विपक्ष पर सवाल उठाते हुए कहा, “आज जो लोग किसानों को गुमराह कर अलग तरीके की राजनीति कर रहे हैं. उनको इसका जवाब देना होगा. देश की सरकार के लिए देश और किसान का हित सर्वोपरि है. उन्‍होंने कहा इस बार सरकार ने मोटे अनाज की खरीद 1.9 मिलियन टन, यानी पिछले साल से तीन गुना ज्यादा बढ़ाई है. खरीफ के चावल खरीद में पांच प्रतिशत की वृद्धि हुई है. इसका सीधा फायदा अन्नदाताओं को मिलेगा.”

गौरव वल्लभ ने भारत के इलेक्ट्रॉनिक्स निर्यात में हुई वृद्धि पर खुशी जाहिर की. उन्होंने कहा, “30 मिलियन डॉलर का इलेक्ट्रॉनिक सामान भारत से एक्सपोर्ट हो रहा है. किसी जमाने में भारत इलेक्ट्रॉनिक सामानों का इंपोर्ट करता था. क बन गया है. ”

उन्होंने सरकार की मेक इन इंडिया पॉलिसी की तारीफ करते हुए कहा, “जि‍स सरकार ने मेक इन इंडिया की पॉलिसी पॉलिसी बनाई. इसके बाद इलेक्ट्रॉनिक्स और उससे संबंधित क्षेत्रों में कंपनियों ने भारत में बड़े-बड़े सेटअप लगाए. भारत में लगाए गए सेटअप का सीधा फायदा हमें मिला है. इलेक्ट्रॉनिक सामानों से हर साल 100 मिलियन डॉलर से ज्यादा का मुनाफा हो रहा है, जो प्रतिवर्ष 33 प्रत‍िशत की दर से बढ़ रहा है.”

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