भाजपा में शामिल होते ही चंपई ने झामुमो-कांग्रेस पर बोला हमला, कहा- ‘मेरा अपमान हुआ और मेरे पीछे जासूस लगाए गए’

रांची, 30 अगस्त . झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री चंपई सोरेन ने शुक्रवार को भाजपा में शामिल होते ही झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) और कांग्रेस पर जोरदार हमला बोला. उन्होंने रांची के धुर्वा स्थित शहीद मैदान में आयोजित सभा में सार्वजनिक तौर पर अपनी पीड़ा का इजहार किया और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह तथा भाजपा नेतृत्व के प्रति अपने विश्वास की वजह का जिक्र किया.

चंपई सोरेन ने कहा, “हमने झारखंड प्रदेश में लंबी लड़ाई लड़ी और जिस संगठन को खून-पसीने से सींचा, उससे आज निकल आया हूं. मेरा वहां अपमान हुआ. मुझे लगा कि अब संन्यास ले लूं, लेकिन जब इलाके के लोगों से मिला तो उनका प्यार और समर्थन देखकर राजनीतिक तौर सक्रिय रहने का फैसला लिया.”

कांग्रेस पर हमला बोलते हुए चंपई सोरेन ने कहा कि उसने झारखंड में जल-जंगल-जमीन को लेकर आंदोलन करने वालों पर फायरिंग करवाई. गुवा में आदिवासियों पर कांग्रेस ने ही गोली चलवाई.

चंपई सोरेन ने अपनी जासूसी कराए जाने पर भी व्यथा का इजहार किया. उन्होंने कहा, “हमने कभी नहीं सोचा था कि मेरे पीछे जासूस लगाएंगे. दिल्ली तक मेरा पीछा किया गया. मैंने सोचा जिस आदमी ने झारखंड के लिए संघर्ष किया उसकी भी जासूसी कर रहे हैं. उन्होंने जासूसी के लिए आदमी भेजे. उस दिन मैंने सोच लिया किसी भी दल में जाएंगे और जनता की सेवा करेंगे.”

झारखंड के संथाल परगना में बांग्लादेशी घुसपैठ के मुद्दे का जिक्र करते हुए पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि संथाल में बांग्लादेशी घुसपैठ ने सब बदल दिया है. आदिवासी वहां नहीं मिलेंगे. एक-एक करके गांव मिटते जा रहे हैं. झारखंड अलग राज्य लड़ कर लिया है. तीर की नोक पर संथाल परगना बनाया है. लेकिन मां-बहन की इज्जत बचानी होगी. हम उस जमीन के पुत्र हैं तो घुसपैठिए को रोक के दिखाएंगे.

उन्होंने कहा कि संथाल परगना सिदो-कान्हू की धरती है. इस धरती को बचाने के लिए हमने भाजपा में शामिल होने का फैसला किया. नरेंद्र मोदी और अमित शाह पर मेरा विश्वास जागा. संथाल परगना और आदिवासी को बचाने का काम सिर्फ भाजपा कर सकती है.

एसएनसी/एकेजे