गाजियाबाद, 30 अगस्त . गाजियाबाद पुलिस ने उत्तर प्रदेश पुलिस के तीन कांस्टेबल और खुद को सपा नेता बताने वाले एक व्यक्ति समेत छह लोगों को गिरफ्तार किया है. वे एक गैंग बनाकर ठगी किया करते थे. तीन दिन पहले ही उन्होंने गाजियाबाद में एक व्यक्ति से 12 लाख रुपये की ठगी की थी.
गाजियाबाद पुलिस ने बताया कि थाना वेव सिटी पुलिस टीम ने पैसे दोगुने करने के नाम पर ठगी करने वाले छह आरोपियों को गिरफ्तार करते हुए उनके पास से ठगी के 4,36,000 रुपये बरामद किए हैं.
इस पूरी घटना का खुलासा मोहम्मद शादाब के साथ 28 अगस्त को हुई लूट के बाद जांच के दौरान हुआ है. मोहम्मद शादाब ने 28 अगस्त को पुलिस को अपने साथ हुई लूट की जानकारी दी थी. पुलिस को मामला संदिग्ध लगा तो उसने पीड़ित से कड़ाई से पूछताछ की.
पीड़ित ने बताया कि वह भारतीय मुद्रा को दुबई की मुद्रा में बदलने आया था. वह और उसका भाई मौहतरम तथा बहनोई मोहतरम 28 अगस्त को आईएमएस कॉलेज डासना के पास करेंसी चेन्ज करने आये थे. उसके 8.5 लाख रुपये तथा उसके भाई मेहराज के चार लाख रुपये एक बन्द पैकेट में उसके बहनोई मौहतरम के पास थे.
पुलिस ने मौहतरम से जब कड़ाई से पूछताछ की तो पता चला कि उसने अपने साले मेहराज और मोहम्मद शादाब के पैसे हड़पने के लिए अपने पिता मोहम्मद आरिफ एवं नदीम, राशिद और आशू तथा तीन पुलिस कर्मियों को शामिल कर योजना को अंजाम दिया था.
पुलिस ने एक बयान में बताया है कि नदीम का आपराधिक इतिहास रहा है और वह अपने-आप को समाजवादी पार्टी का नेता बताता है. पुलिस ने मौहतरम, आरिफ, नदीम एवं तीन पुलिस कर्मियों को गिरफ्तार किया है.
गिरफ्तार तीन पुलिस कर्मियों में मुख्य आरक्षी अनिल कुमार (नियुक्ति जनपद हापुड़), मुख्य आरक्षी सचिन कुमार (नियुक्ति कमिश्नरेट आगरा) और मुख्य आरक्षी संजय कुमार (नियुक्ति थाना अंकुर विहार, गाजियाबाद) शामिल हैं. नदीम पर जनपद मेरठ में हत्या के प्रयास का एक मुकदमा, आयुध अधिनियम के दो मुकदमे तथा जनपद गाजियाबाद में जान से मारने की धमकी का एक मुकदमा पहले से दर्ज है.
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पीकेटी/एकेजे