नई दिल्ली, 30 अगस्त . देश में ऑनलाइन शॉपिंग का चलन और इंटरनेट की पहुंच बढ़ने के कारण ई-कॉमर्स बाजार 18.7 प्रतिशत की औसत दर से बढ़कर साल 2028 तक 292.3 अरब डॉलर पहुंच सकता है. जो इस साल के 147.3 अरब डॉलर की तुलना में दोगुना है.
डेटा और एनालिटिक्स कंपनी ग्लोबलडाटा की नई रिपोर्ट में बताया गया है कि देश में ई-कॉमर्स भुगतान का भविष्य काफी अच्छा है. इसकी वजह देश में ऑनलाइन शॉपिंग करने वालों की संख्या में इजाफा होना है. साथ ही सरकार की पहल जैसे ‘मेक इन इंडिया’ और ‘स्टार्टअप इंडिया’ से भी इस विकास को मदद मिल रही है.
रिपोर्ट के अनुसार, देश में ई-कॉमर्स तेज गति से बढ़ रहा है. इस साल इसके 23.8 प्रतिशत की दर से बढ़ने की उम्मीद है.
ग्लोबलडाटा के रवि शर्मा ने कहा कि देश में ई-कॉमर्स मार्केट में अपट्रेंड आने वाले कुछ वर्षों तक जारी रहने की उम्मीद है. इसकी वजह ऑनलाइन मार्केट की तरफ लोगों का अधिक रुझान, भुगतान इन्फ्रास्ट्रक्चर में सुधार और वैकल्पिक भुगतान समाधानों की लोकप्रियता बढ़ना है.
भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) के ताजा आंकड़ों के अनुसार, मार्च 2024 तक भारत में 95.4 करोड़ इंटरनेट सब्सक्राइबर्स थे. मार्च 2023 में इनकी संख्या 88.1 करोड़ थी.
शर्मा ने आगे कहा कि पिछले पांच वर्ष में देश में वैकल्पिक भुगतान तेजी से लोकप्रिय हुए हैं. अमेजन पे और गूगल पे आदि लोकप्रिय पेमेंट ब्रांड हैं.
साल 2023 में वैकल्पिक भुगतान का ई-कॉमर्स में मार्केट शेयर 58 प्रतिशत था. इसके बाद पेमेंट कार्ड्स 25.7 प्रतिशत के साथ दूसरे नंबर पर थे. वहीं, ऑनलाइन शॉपिंग में नकद की हिस्सेदारी कम होकर 6.2 प्रतिशत रह गई है.
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एबीएस/एकेजे