मुंबई, 28 अगस्त . महाराष्ट्र के सिंधुदुर्ग जिले में छत्रपति शिवाजी महाराज की मूर्ति ढहने से महाराष्ट्र की राजनीति में उबाल आ गया है. महाराष्ट्र की एकनाथ शिंदे सरकार पर शिवसेना(यूबीटी) के प्रमुख उद्धव ठाकरे ने जोरदार हमला बोला है. उन्होंने कहा कि इस सरकार में भ्रष्टाचार अपनी चरम सीमा पर पहुंच गया है.
दरअसल, शिवाजी महाराज की मूर्ति गिरने के मामले को लेकर बुधवार को महा विकास अघाड़ी के नेताओं ने एक प्रेस वार्ता की. इस वार्ता के दौरान, शिवसेना (यूबीटी) प्रमुख उद्धव ठाकरे ने कहा कि सरकार के खिलाफ विरोध जताने के लिए महा विकास अघाड़ी (एमवीए) 1 सितंबर को मार्च निकालेगी. इस मार्च से पहले महाराष्ट्र के लिए बलिदान देने वालों को श्रद्धाजंलि अर्पित की जाएगी. यह मार्च गेटवे ऑफ इंडिया तक जाएगी. जहां पर शिवाजी महाराज की एक मूर्ति है. उद्धव ठाकरे ने कहा कि सरकार का यह दावा कि तेज हवाओं के कारण 35 फुट ऊंची मूर्ति गिर गई, बेशर्मी की पराकाष्ठा है.
बता दें जिस शिवाजी की मूर्ति को लेकर महाराष्ट्र सरकार पर आरोप लगाए जा रहे हैं, उस मूर्ति का अनावरण पिछले साल 4 दिसंबर को सिंधुदुर्ग के राजकोट किले में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया था. 35 फुट ऊंची प्रतिमा सोमवार दोपहर को ढह गई.
प्रेस वार्ता के दौरान शरद पवार ने कहा है कि राज्य सरकार अपनी जिम्मेदारियों से नहीं भाग सकती है. नाना पटोले ने कहा कि ख़ुद पीएम मोदी, रक्षामंत्री और सीएम वहां की प्रतिमा का अनावरण करने गए जो मूर्ति बनाने का नियम होता है उसके लिए इज़ाज़त लेनी होती है. ये शिवद्रोही लोग हैं. शिवाजी महाराज की तरह टोपी मोदी को पहनाई गई. ये लोग शिवाजी महाराज की तुलना पीएम मोदी से कर रहे हैं. ये महाराष्ट्र का अपमान है.
बता दें कि महाराष्ट्र कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले, शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरदचंद्र पवार) के अध्यक्ष शरद पवार ने महिलाओं के खिलाफ बढ़ते अपराध को लेकर मुंबई के ‘मातोश्री’ में ‘महा विकास अघाड़ी’ की बैठक की. बैठक में महिलाओं के खिलाफ बढ़ते अपराध पर चिंता व्यक्त की गई.
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डीकेएम/जीकेटी