कोलकाता, 28 अगस्त . ‘नबन्ना मार्च’ में शामिल छात्रों की गिरफ्तारी के विरोध में बीजेपी ने बुधवार को बंगाल बंद रखा. इसे लेकर टीएमसी के राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी ने पश्चिम बंगाल में बीजेपी द्वारा किए जा रहे विरोध प्रदर्शनों पर प्रतिक्रिया दी.
उन्होंने कहा कि उन्नाव, हाथरस और बदलापुर जैसी घटनाएं भाजपा की छत्रछाया में हुई. भाजपा वालों को महिला सुरक्षा पर बोलने का कोई अधिकार नहीं है. हमें उनके भाषण नहीं चाहिए.
अभिषेक बनर्जी ने कहा कि अमित मालवीय और बृजभूषण जैसे लोगों वाली भारतीय जनता पार्टी को महिला सुरक्षा पर उपदेश नहीं देना चाहिए. उन्होंने कहा, “बीजेपी सड़कों पर विरोध प्रदर्शन कर रही है. मैं उन्हें चुनौती देता हूं कि वह अमित शाह या जेपी नड्डा से बलात्कार विरोधी कानून लाने के लिए कहें. लेकिन वह ऐसा नहीं करेंगे क्योंकि बीजेपी एक ऐसी पार्टी है जहां आपको सबसे ज़्यादा गुंडे मिलेंगे. कल हम सभी ने देखा कि उस हिंसक रैली में कौन-कौन लोग मौजूद थे.”
अभिषेक बनर्जी ने कहा कि अगर महिलाओं के खिलाफ अपराध से संबंधित समयबद्ध कानून पारित नहीं किए गए तो हम अपना आंदोलन दिल्ली तक ले जाएंगे और आम नागरिक सड़कों पर उतरेंगे.
अभिषेक ने कहा कि उन्होंने दुष्कर्म रहित समाज बनाने और दोषियों को शीघ्र पूछताछ कर सजा देने की मांग की है.
उन्होंने कहा, हाई कोर्ट ने जब मामले को सीबीआई को सौंपा तो उससे पहले कोलकाता पुलिस ने 4 दिनों तक मामले की जांच की. सीबीआई को जवाब देना होगा कि 14 दिनों की जांच के बाद संदीप घोष को गिरफ्तार क्यों नहीं किया गया?
दरअसल, टीएमसी ने बंगाल बंद का विरोध किया और लोगों से दुकानें और अन्य व्यापारिक गतिविधियां चालू रखने की अपील कर रही है. जिसके चलते दोनों पार्टियों के बीच टकराव की स्थिति पैदा हो गई है. हालांकि, पुलिस प्रशासन की तरफ से स्थिति को सामान्य करने की प्रक्रिया जारी है.
पुलिस ने राज्य में बंद को प्रभावी बनाने की कोशिश कर रहे तीन प्रमुख भाजपा नेताओं सौमिक भट्टाचार्य, राहुल सिन्हा और लॉकेट चटर्जी को हिरासत में लिया है.
हिरासत में लिए जाने के बाद लॉकेट चटर्जी ने कहा, “इससे कुछ खास हासिल नहीं होने वाला है. वे हमें जितना अधिक गिरफ्तार करेंगे, हम इस हड़ताल को उतना ही अधिक प्रभावी बना सकेंगे.”
सड़कों पर भाजपा कार्यकर्ताओं की भीड़ की ओर इशारा करते हुए उन्होंने कहा, “ये लोग जो आप सड़कों पर देख रहे हैं, वह कोई और नहीं बल्कि लोगों का गुस्सा है. बंगाल के लोग महिला सुरक्षा को लेकर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के रवैये से परेशान हैं.”
बता दें कि आरजी कर मेडिकल कॉलेज मामले के विरोध में मंगलवार को हजारों छात्रों ने नबन्ना मार्च निकाला था. इस दौरान पुलिस कार्रवाई के खिलाफ बीजेपी ने बुधवार को बंगाल बंद का ऐलान किया.
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आरके/