दिल्ली इतनी असुरक्षित है कि कहीं भी जान जा सकती है : कांग्रेस

नई दिल्ली, 26 अगस्त . कांग्रेस ने केंद्र और दिल्ली सरकार पर निशाना साधते हुए सोमवार को कहा कि राष्ट्रीय राजधानी इतनी असुरक्षित है कि कहीं भी लोगों की जान जा सकती है.

दिल्ली प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष देवेन्द्र यादव ने कहा कि आम आदमी पार्टी और भाजपा सरकारों की निष्क्रियता, असंवेदनशीलता और आपसी लड़ाई के चलते राजधानी में कानून-व्यवस्था नदारद है. यादव के मुताबिक, देश की राजधानी ‘‘क्राइम केपिटल’’ बन चुकी है. राजधानी में दिनदहाड़े गोलीबारी, लूट की घटनाओं पर नियंत्रण पाने में कानून-व्यवस्था पूरी तरह विफल साबित हुई है. उन्होंने कहा कि पिछले पांच साल में दिल्ली में आपराधिक मामले 65.96 प्रतिशत बढ़े हैं.

उन्होंने कहा कि दुकान में बैठे व्यक्ति को कोई गोली मार जाता है, बाहर निकलने पर करंट लगने से मौत हो जाती है, इंस्टीट्यूट में पढ़ते समय भी मौत का डर, घर में हो तो इमारत गिरने से मौत हो जाती है, नाले में डूबने से लोग मर रहे हैं. कांग्रेस का कहना है कि बदहाल प्रशासनिक इंतजाम और बिगड़ती कानून-व्यवस्था के कारण दिल्ली के लोग पूरी तरह असुरक्षित हैं.

देवेन्द्र यादव ने कहा कि एक दिन तिलक नगर में मिठाई की दुकान में हुई गोलीबारी और दूसरे दिन पश्चिम विहार में हुई फायरिंग की घटना ने दिल्ली की कानून-व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए. उत्तर पूर्वी दिल्ली के दयालपुर में मदरसे के बाहर एक पांच वर्षीय लड़के की हत्या कर दी गई.

कांग्रेस नेता ने कहा कि जब राजधानी में एक सांसद और दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष तक सुरक्षित नहीं है तो आम महिला की सुरक्षा कैसे संभव होगी. मुख्यमंत्री निवास पर स्वाति मालीवाल के साथ हुई घटना स्तब्ध करने वाली है, जिसमें खुद मुख्यमंत्री के सचिव आरोपी हैं. निर्भया को लोग भूल चुके हैं, लेकिन दिल्ली की गलियों, बस्तियों में न जाने कितने निर्भया कांड हो रहे हैं.

यादव ने कहा कि दिल्ली में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व वाली दिशाहीन सरकार अपराध रोकने में विफल रही है. उन्होंने कहा कि दिल्ली के ज्यादातर इलाकों में स्ट्रीट लाइट दुरुस्त नहीं होने की वजह से रात में अपराध करना आसान हो गया है, जिसके कारण महिलाएं सबसे अधिक असुरक्षित हैं.

जीसीबी/एकेजे