तमिलनाडु में पटाखा यूनिट में विस्फोट, दो लोगों की मौत

चेन्नई, 25 अगस्त . तमिलनाडु के डिंडीगुल जिले के नाथम तालुक के अविचिपट्टी में एक पटाखा यूनिट में हुए विस्फोट में दो लोगों की मौत हो गई.

स्थानीय लोगों के मुताबिक, उन्होंने सुबह-सुबह पटाखा फैक्ट्री से तेज आवाज सुनी.

लोगों ने पुलिस को सूचित किया. पुलिस की एक टीम वहां पहुंची तो फैक्ट्री के अंदर दो लोगों को मृत पाया.

शवों के सिर, गर्दन और बांहों पर गंभीर चोटों के निशान थे.

वहीं, फिलहाल मृतकों की पहचान नहीं हो पाई है.

शवों को पोस्टमार्टम के लिए डिंडीगुल के सरकारी अस्पताल भेज दिया गया है. इस घटना को लेकर नाथम थाने में मामला दर्ज कर लिया गया है.

यूनिट का मालिक के सेल्वम फिलहाल फरार है. पुलिस की एक टीम मालिक की तलाश कर रही है. नाथम थाने के एसएचओ ने को बताया कि पुलिस सेल्वम का पता लगा रही है और यह पता लगा रही है कि उसके पास पटाखा फैक्ट्री चलाने का उचित लाइसेंस है या नहीं.

इससे पहले शनिवार को मायलादुथुराई में एक पटाखा फैक्ट्री में हुए विस्फोट में दो श्रमिकों की मौत हो गई और दो अन्य घायल हो गए.

शनिवार की घटना में मृतक की पहचान थिरुवदुथुरई गांव निवासी कर्णन (27) के रूप में हुई, जिसकी मौके पर ही मौत हो गई, जबकि कालीपेरुमल (42) की अस्पताल में मौत हो गई.

उस घटना में घायलों की पहचान तिरुवलंगाडु गांव के लक्ष्मणन और विरुधुनगर जिले के उथुकाडु गांव के कुमार के रूप में हुई है, जो मयिलादुथुराई सरकारी मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती हैं.

जिला कलेक्टर एपी महाभारती और पुलिस अधीक्षक के. स्टालिन ने घटनास्थल का दौरा किया और मयिलादुथुराई के अस्पताल में घायलों से मुलाकात की.

उल्लेखनीय है कि तमिलनाडु का विरुदनगर जिला देश में पटाखा विनिर्माण का सबसे बड़ा हब है. विरुदनगर जिले का शिवकाशी तमिलनाडु में पटाखा उद्योग का केंद्र है.

डिंडीगुल और राज्य के अन्य निकटवर्ती जिलों में भी पटाखों के कुछ कारखाने हैं.

तमिलनाडु पटाखा उद्योग का सालाना कारोबार 6,000 करोड़ रुपये है और यह प्रत्यक्ष तथा परोक्ष रूप से लगभग एक लाख लोगों को रोजगार देता है.

एकेएस/एकेजे