क्वेटा, 24 अगस्त : बलूचिस्तान के पिशिन जिले में शनिवार को हुए विस्फोट में कम से कम दो बच्चों की मौत हो गई और 14 अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए. प्रांत में सुरक्षा अधिकारियों को लगातार निशाना बनाकर हमले किए जा रहे हैं.
यह विस्फोट सुबह के समय में पिशिन जिले के सुर्खाब चौक के पास मुख्य बाजार में हुआ. घटना के गवाहों के मुताबिक बम पार्क में खड़ी मोटरसाइकिल में लगाया गया था. विस्फोट में कई बच्चों की मौत हो गई और दो महिलाओं सहित कई अन्य घायल हो गए.
पिशिन सिटी स्टेशन हाउस ऑफिसर (एसएचओ) मुजीबुर रहमान ने पुष्टि की कि गंभीर रूप से घायलों में दो पुलिसकर्मी भी शामिल हैं, जिन्हें क्वेटा अस्पताल रेफर कर दिया गया है.
आतंकवाद निरोधक विभाग (सीटीडी) और बम निरोधक दस्ते ने इलाके की घेराबंदी कर दी है. घटना की जांच शुरू कर दी गई है और आगे की जांच के लिए साक्ष्य एकत्र किये जा रहे हैं.
पिशिन के स्थानीय सूत्रों ने भी से पुष्टि की कि हमला पुलिस अधिकारियों को निशाना बनाकर किया गया था, क्योंकि मोटरसाइकिल पिशिन के उपायुक्त कार्यालय के पास खड़ी थी.
क्षेत्र के एक निवासी ने कहा, “उपायुक्त कार्यालय विस्फोट स्थल के बहुत नजदीक है और पूरे दिन आसपास के क्षेत्र में पुलिस अधिकारियों की मौजूदगी हैं.”
ताजा घटना बलूच लिबरेशन आर्मी (बीएलए) और इसके सहयोगी प्रतिबंधित संगठनों द्वारा बलूचिस्तान के विभिन्न हिस्सों में किए गए हमलों की कड़ी का हिस्सा है.
इसी तरह, तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (टीटीपी) ने भी खैबर पख्तूनख्वा (केपी) प्रांत में पाकिस्तानी सेना और सुरक्षाकर्मियों को निशाना बनाया है.
बलूचिस्तान का पिशिन जिला हाल ही में आतंकी हमलों के निशाने पर है. पिछले महीने, एक इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस (आईईडी) विस्फोट में कम से कम तीन सीटीडी अधिकारी और तीन स्थानीय लोग गंभीर रूप से घायल हो गए थे. बाद में पता चला कि हमला सुरक्षाकर्मियों को ले जा रहे सीटीडी वाहन को निशाना बनाकर किया गया था.
टीटीपी द्वारा 2022 में पाकिस्तानी सरकार के साथ संघर्ष विराम समझौता तोड़ने और सुरक्षाबलों को निशाना बनाने के बाद दोनों प्रांतों में हमले तेज हो गए हैं.
बीएलए और टीटीपी ने भी हाथ मिला लिया है और अब वे दोनों संवेदनशील प्रांतों में सुरक्षा प्रतिष्ठानों और पुलिस चौकियों पर इस तरह के हमले करने के लिए निकट सहयोग से काम कर रहे हैं.
सुरक्षा विशेषज्ञों का मानना है कि इन समूहों ने बलूचिस्तान के विभिन्न हिस्सों में हमले शुरू कर दिए हैं.
सुरक्षा विश्लेषक इम्तियाज गुल ने कहा, “आज का हमला नोश्की में सड़क किनारे हुए विस्फोट के ठीक दो दिन बाद हुआ है, जिसमें फ्रंटियर कोर का काफिला गुजरते समय दो लोग घायल हो गए थे. उसी दिन, केच जिले के बुलेदा क्षेत्र में फ्रंटियर कोर का एक सैनिक शहीद हो गया था और सात अन्य घायल हो गए थे.”
उन्होंने कहा, “बलूचिस्तान में हमले योजनाबद्ध और सुनियोजित प्रतीत होते हैं. चूंकि बीएलए को अब टीटीपी और अफगानिस्तान से सक्रिय रूप से समर्थन मिल रहा है, इसलिए हमलों में बढ़ोतरी हुई है, जिससे सुरक्षा बल हाई अलर्ट पर हैं.”
शनिवार के हमले की सरकारी अधिकारियों और राजनेताओं द्वारा व्यापक रूप से निंदा की गई है.
पाकिस्तान के गृह मंत्री मोहसिन नकवी ने कहा, “जो लोग मासूम बच्चों को निशाना बना रहे हैं, वे इंसान कहलाने के लायक नहीं हैं.”
उन्होंने कहा, “आतंकवाद के खिलाफ यह युद्ध तब तक जारी रहेगा जब तक आतंकवादियों और उनके समर्थकों का सफाया नहीं हो जाता. यह लड़ाई पाकिस्तान के सम्मान और भावी पीढ़ियों को एक शांतिपूर्ण और सुरक्षित देश देने के लिए है.”
बलूचिस्तान प्रांतीय सरकार के प्रवक्ता शाहिद रिंद ने कहा कि राज्य विरोधी तत्व किसी भी रियायत के लायक नहीं हैं.
उन्होंने कहा, “समाज विरोधी और राज्य विरोधी तत्व किसी भी रियायत के हकदार नहीं हैं. आतंकवादी अपने नापाक लक्ष्यों को हासिल करने के लिए निर्दोष लोगों को निशाना बना रहे हैं.”
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एकेएस/एएस