नई दिल्ली, 24 अगस्त . शिखर धवन ने अपने शानदार और सुनहरे क्रिकेट करियर का अंत कर दिया है, लेकिन इस सलामी बल्लेबाज के नाम अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में कई रिकॉर्ड दर्ज हैं.
‘गब्बर’ और ‘मिस्टर आईसीसी’ जैसे निकनेम इस धाकड़ बल्लेबाज की कहानी बयां करती है. धवन वो बल्लेबाज थे, जिन्होंने रोहित शर्मा के साथ एक मजबूत ओपनिंग कॉम्बिनेशन बनाया. ये कॉम्बिनेशन कई वर्षों तक टीम इंडिया की जीत की नींव बना था.
साल 2010 में भारत के लिए डेब्यू करने वाले शिखर धवन, रोहित शर्मा और विराट कोहली के साथ सफेद गेंद प्रारूपों में टीम इंडिया के शीर्ष क्रम के महत्वपूर्ण बल्लेबाज थे.
बाएं हाथ के इस बल्लेबाज का करियर रोहित के साथ भारत के सलामी बल्लेबाज के रूप में आगे बढ़ा. धवन 6,000 वनडे रन पूरे करने वाले दूसरे सबसे तेज भारतीय हैं. उन्होंने 50 ओवर के क्रिकेट में इस उपलब्धि तक पहुंचने के लिए 140 पारियां लीं. बता दें, कोहली 136 पारियों में यह उपलब्धि हासिल करने वाले सबसे तेज खिलाड़ी थे.
शिखर धवन ने अपने वनडे करियर का अंत 167 मैचों में 6,793 रन के साथ किया, जिसमें 17 शतक और 39 अर्धशतक शामिल हैं. इस फॉर्मेट में उनका औसत 44.11 है.
टेस्ट क्रिकेट में 38 वर्षीय धवन ने 2013 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ डेब्यू पारी में शानदार शुरुआत की थी. सलामी बल्लेबाज ने लाल गेंद के क्रिकेट में डेब्यू करने वाले खिलाड़ी द्वारा सबसे तेज शतक लगाया.
उन्होंने मोहाली में 85 गेंदों में तीन अंकों का आंकड़ा छुआ और टेस्ट क्रिकेट में भारत के लिए डेब्यू करने वाले खिलाड़ी द्वारा सर्वोच्च व्यक्तिगत स्कोर दर्ज किया. धवन ने अपने टेस्ट डेब्यू में 187 रनों की यादगार पारी खेली, लेकिन दोहरे शतक से चूक गए थे.
धवन का शानदार करियर आईसीसी टूर्नामेंट में उनके रिकॉर्ड के बिना अधूरा है. चाहे आईसीसी इवेंट से पहले गब्बर फॉर्म में हो या न हो लेकिन बड़े मुकाबले और आईसीसी टूर्नामेंट में ये बल्लेबाज गेंदबाजों की धज्जियां उड़ा देता था.
इस बल्लेबाज को हमेशा बड़े टूर्नामेंट के खिलाड़ी के रूप में याद किया जाता है, इसलिए उन्हें ‘मिस्टर आईसीसी’ का टैग भी दिया गया.
धवन के दबदबे का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि वह लगातार तीन 50 ओवर के आईसीसी टूर्नामेंट में भारत के सबसे ज्यादा रन बनाने वाले खिलाड़ी थे, जिसमें वह दो बार टूर्नामेंट के सबसे ज्यादा रन बनाने वाले खिलाड़ी के रूप में शामिल हैं.
2013 चैंपियंस ट्रॉफी में धवन ने सिर्फ पांच मैचों में 363 रन बनाए, जिससे वो टूर्नामेंट के सबसे ज्यादा रन बनाने वाले खिलाड़ी बन गए थे. उन्होंने 2017 चैंपियंस ट्रॉफी में भी अपनी सफलता को दोहराया, जहां वो 338 रन बनाकर सबसे ज्यादा रन बनाने वाले खिलाड़ी थे.
2015 के विश्व कप के दौरान, धवन ने टूर्नामेंट में भारत के लिए सबसे ज्यादा 412 रन बनाए. दुर्भाग्य से, 2019 विश्व कप में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ शतक बनाने के बाद उन्हें चोट लग गई, जिसके कारण वे टूर्नामेंट के बाकी बचे मैचों से बाहर हो गए.
अपने बल्लेबाजी आंकड़ों के अलावा, धवन ने कई मौकों पर भारत के लिए कप्तान की भूमिका भी निभाई है. उन्होंने 15 सीमित ओवरों के मैचों में भारत का नेतृत्व किया, जिसमें से आठ में उन्हें जीत मिली और पांच में उन्हें हार का सामना करना पड़ा.
अपने आईपीएल करियर में, उन्होंने कई फ्रेंचाइजी के लिए 222 मैच खेले और 6,769 रन बनाए, जो विराट कोहली के 8,004 रनों के बाद टूर्नामेंट के इतिहास में दूसरा सर्वश्रेष्ठ स्कोर है. उन्होंने 221 पारियों में 768 चौके लगाए हैं, जो आईपीएल इतिहास में किसी भी बल्लेबाज द्वारा लगाए गए सबसे अधिक चौके हैं.
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एएमजे/आरआर