बीजिंग, 23 अगस्त . संयुक्त राष्ट्र स्थित चीनी स्थाई प्रतिनिधि फू छोंग ने 22 अगस्त को फिलिस्तीन-इजरायल मुद्दे पर सुरक्षा परिषद की सार्वजनिक बैठक में कहा कि सैन्य साधनों के माध्यम से गाजा पट्टी में “पूर्ण विजय” प्राप्त करने के अंधविश्वास से केवल और अधिक निर्दोष नागरिक हताहत होंगे. इससे हिरासत में लिए गए लोगों की रिहाई की स्थिति नहीं बनेगी, न ही इससे इज़रायल और क्षेत्र में शांति आएगी. युद्धविराम वार्ता और राजनीतिक समाधान इस मुद्दे को हल करने का मूल तरीका है.
फू छोंग ने कहा कि अंतर्राष्ट्रीय समुदाय ने बार-बार युद्धविराम और युद्ध की समाप्ति के लिए मजबूत आह्वान जारी किया है. संयुक्त राष्ट्र महासभा, सुरक्षा परिषद और अंतर्राष्ट्रीय न्यायालय सभी ने स्पष्ट मांग भी पेश की. लेकिन इज़रायल ने इसे अनसुना कर दिया और युद्धविराम का कोई संकेत नहीं दिखाया. सुरक्षा परिषद के नंबर 2735 प्रस्ताव को पारित किये दो महीने से हो गया है, लेकिन गाजा पट्टी में इजरायली सैन्य अभियान अब भी जारी है, जिससे हर दिन नए लोग हताहत हो रहे हैं.
फू छोंग ने कहा कि मानवीय मुद्दों का राजनीतिकरण नहीं किया जा सकता, भूख को हथियार के रूप में इस्तेमाल नहीं किया जा सकता, और नागरिक जीवन को सौदेबाजी के रूप में इस्तेमाल नहीं किया जा सकता. इज़रायल को अंतर्राष्ट्रीय मानवीय कानून के तहत अपने दायित्वों को पूरा करना चाहिए, सभी सीमा पारियों को खोलना चाहिए, मानवीय आपूर्ति की तीव्र, बड़े पैमाने पर और सुरक्षित पहुंच सुनिश्चित करनी चाहिए और संयुक्त राष्ट्र और मानवीय एजेंसियों पर प्रतिबंध और हमलों को रोकना चाहिए.
फू छोंग ने कहा कि चीन ने इजरायल से गाजा पट्टी में सभी सैन्य अभियान तुरंत बंद करने का आग्रह किया. चीन प्रासंगिक प्रस्तावों के कार्यान्वयन को बढ़ावा देने और गाजा में युद्धविराम हासिल करने के लिए आगे आवश्यक कार्रवाई करने में सुरक्षा परिषद का समर्थन करता है. चीन अंतर्राष्ट्रीय समुदाय के साथ मिलकर गाजा में युद्ध को जल्द से जल्द खत्म करने, मानवीय आपदा को कम करने, “दो-राष्ट्र समाधान” को लागू करने, मध्य पूर्व में दीर्घकालिक शांति और स्थिरता हासिल करने के लिए प्रयास करना चाहता है.
(साभार—चाइना मीडिया ग्रुप ,पेइचिंग)
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एकेजे/