‘योगी बाबा के राज में कोई दोषी नहीं बच पाएगा’ : संगीता बलवंत

अयोध्या, 4 अगस्त . भाजपा की राज्यसभा सांसद डॉ. संगीता बलवंत ने अयोध्या में नाबालिग रेप पीड़िता से मुलाकात की. इस दौरान उन्होंने कहा कि ”योगी बाबा के राज में कोई भी दोषी नहीं बचेगा.”

उन्होंने कहा कि नाबालिग बच्ची के साथ कुकृत्य करने के बाद उसे डराना धमकाना यह बहुत ही अमानवीय कृत्य है. योगी बाबा के राज में जो भी व्यक्ति ऐसा कार्य करेगा वो बचेगा नहीं. सपा पर हमला बोलते हुए उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव में कुछ सीटें ये (सपा) जीत गए हैं इसका मतलब यह नहीं कि खुलेआम अपराध करने की छूट मिल गई है. योगी बाबा का राज आज भी उत्तर-प्रदेश में है. जो भी ऐसा कुकृत्य करेगा उसे योगी बाबा नहीं छोड़ेंगे.

संगीता बलवंत ने आगे कहा कि पीड़िता के परिजनों को जो कोई भी धमकी दे रहा है उसके खिलाफ प्रशासन कार्रवाई कर रहा है. कल हमें पता चला कि कुछ लोग उन्हें धमकी दे रहे थे, जिसके बाद उनके खिलाफ एक्शन लिया गया है. शासन-प्रशासन तो कार्रवाई कर ही रहा है, लेकिन समाजवादी पार्टी को भी दोषी के खिलाफ एक्शन लेना चाहिए. सपा को खुद ऐसे व्यक्ति के साथ अपने रिश्ते खत्म कर देने चाहिए.

सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव के द्वारा डीएनए टेस्ट की मांग पर भी संगीता बलवंत ने अपनी प्रतिक्रिया दी. उन्होंने कहा कि ”समाजवादी पार्टी का चेहरा आज सबके सामने आ गया है. सपा के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष (मुलायम सिंह यादव) ही जब यह बात कहते थे कि लड़के हैं लड़कों से गलती हो जाती है. इसिलए दूसरा राष्ट्रीय अध्यक्ष भी उन्हीं के पद चिन्हों पर चल रहा है. यह प्रदेश और देश के लिए बड़ा ही घातक है. हमें लगता है कि योगी बाबा के राज में यह सब चीजें बंद होने वाली हैं. कोई भी व्यक्ति ऐसे अपराध का साहस करेगा तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.”

गौरतलब है कि सपा प्रमुख और सांसद अखिलेश यादव ने अयोध्या रेप पीड़िता मामले में डीएनए टेस्ट की मांग की है. सपा के एक्स अकाउंट पर एक लंबा पोस्ट शेयर किया गया था. सपा ने लिखा कि ”अखिलेश यादव ने कहा है कि अयोध्या के भदरसा मामले में बिना डीएनए टेस्ट के भाजपा का आरोप दुराग्रह पूर्ण माना जाएगा. कुकृत्य के मामले में जिन पर भी आरोप लगा है उनका डीएनए टेस्ट कराकर इंसाफ का रास्ता निकाला जाए न कि केवल आरोप लगाकर सियासत की जाए. जो भी दोषी हैं उन्हें कानून के हिसाब से पूरी सजा दी जाए लेकिन अगर डीएनए टेस्ट के बाद आरोप झूठे साबित हों तो सरकार के संलिप्त अधिकारियों को भी नहीं बख्शा जाए. उनके खिलाफ भी कार्रवाई की जाए.”

एसएम/जीकेटी