नोम पेन्ह, 4 अगस्त . स्वास्थ्य मंत्रालय के एक बयान के अनुसार दक्षिण-पूर्व कंबोडिया के स्वे रींग प्रांत की एक 16 वर्षीय लड़की में एच5एन1 बर्ड फ्लू की पुष्टि हुई है. इसके बाद कंबोडिया में इस साल कुल नौ मामले रिपोर्ट हुए हैं.
शनिवार देर रात जारी किए गए बयान में कहा गया कि नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ पब्लिक हेल्थ के प्रयोगशाला परिणामों से पता चला कि लड़की एच5एन1 वायरस पॉजिटिव थी.
समाचार एजेंसी शिन्हुआ की रिपोर्ट के मुताबिक, ”मरीज की हालत गंभीर है और डॉक्टरों की एक टीम उसका बेहतर देखभाल कर रही है.”
चंत्रिया जिले के चमकुरा लीफ गांव में रहने वाले इस मरीज में बुखार, खांसी, गले में खराश और सांस फूलने जैसे लक्षण दिखाई दिए थे.
बयान में कहा गया, ”पूछताछ में पता चला कि, लड़की के बीमार होने से करीब चार दिन पहले गांव और उसके घर में कुल नौ मुर्गियां और बत्तखें मर गई थीं. मरीज के परिवार ने उन्हें भोजन के लिए पकाया था.”
स्वास्थ्य अधिकारी संक्रमण के स्रोत की जांच कर रहे हैं. इसके साथ ही समुदाय में इसके प्रकोप को रोकने के लिए संदिग्ध मामलों या पीड़ित के संपर्क में आए लोगों की भी जांच कर रहे हैं.
इस साल अब तक एच5एन1 बर्ड फ्लू के 9 मामले सामने आए हैं. इन मामलों में आठ बच्चे है, जिनमें से एक की मौत हो गई. मरने वाले में एक वयस्क भी शमिल है.
कथित तौर पर सभी रोगी बीमारी से पहले बीमार या मृत मुर्गियों के संपर्क में आए थे.
एच5एन1 इन्फ्लूएंजा एक ऐसा फ्लू है जो सामान्यतः मुर्गियों के बीच फैलता है, लेकिन यह कभी-कभी बीमार मुर्गियों या उनके चूजों से मनुष्यों में भी फैल सकता है. लक्षणों की बात करें तो इसमें बुखार, खांसी, नाक बहना और गंभीर सांस संबंधी दिक्कतें हो सकती हैं.
कंबोडिया के स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से कहा गया है कि बर्ड फ्लू अभी भी लोगों, खासकर बच्चों के स्वास्थ्य के लिए खतरा बना हुआ है. इसके लिए लोगों से बीमार या मृत मुर्गियों को न खाने की सलाह दी जाती है.
मंत्रालय के अनुसार, 2003 से अब तक दक्षिण-पूर्वी एशियाई देश में एच5एन1 इन्फ्लूएंजा से मानव संक्रमण के 71 मामले सामने आए हैं, जिनमें से 42 की मौत हो चुकी है.
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एमकेएस/केआर