पटना, 3 अगस्त . उत्तर प्रदेश के अयोध्या में 12 साल की बच्ची के साथ गैंगरेप मामले में बसपा की बिहार इकाई ने समाजवादी पार्टी पर निशाना साधते हुए पूछा है कि आरोपी नेता को सपा ने पद और पार्टी से क्यों नहीं हटाया है.
बसपा प्रदेश अध्यक्ष विश्वनाथ पाल ने यहां मीडिया से बातचीत के दौरान कहा, “सपा पीडीए (पिछड़ा, दलित और अल्पसंख्यक) की बात करती है. क्या पीडीए में गरीब परिवार के लोगों को न्याय नहीं मिलेगा. निषाद समाज की बेटी के साथ उनके नेता ने इतनी बड़ी हैवानियत की है.”
उन्होंने सवाल किया कि आरोपी मोईद खान को पद और पार्टी से क्यों नहीं हटाया गया. उन्होंने सपा के प्रमुख अखिलेश यादव पर निशाना साधते हुए कहा, “वह डीएनए और नार्को टेस्ट की बात कर रहे हैं. मैं पूछना चाहता हूं कि उनकी सरकार में भी ऐसी घटनाएं हुईं, कितने मामलों में उन्होंने डीएनए जांच करवाई.”
दरअसल, अखिलेश यादव ने शनिवार को एक्स पर लिखा, “कुकृत्य के मामले में जिन पर भी आरोप लगा है उनका डीएनए टेस्ट कराकर इंसाफ़ का रास्ता निकाला जाए, न कि केवल आरोप लगाकर सियासत की जाए. जो भी दोषी हो उसे क़ानून के हिसाब से पूरी सज़ा दी जाए, लेकिन अगर डीएनए टेस्ट के बाद आरोप झूठे साबित हों तो सरकार के संलिप्त अधिकारियों को भी न बख्शा जाए. यही न्याय की मांग है.”
उल्लेखनीय है कि गैंगरेप मामले में आरोपी मोईद खान के बेकरी पर जिला प्रशासन द्वारा बड़ी कार्रवाई की गई. आरोपी की बेकरी पर बुलडोजर चलाया गया. इससे पहले खाद्य सुरक्षा विभाग के अधिकारियों ने आरोपी मोईद खान की बेकरी पर छापा मारा. अधिकारियों ने बेकरी में बन रहे सामानों को जब्त कर जांच के लिए भेज दिया और बेकरी को सील कर दिया गया है. मालूम हो कि महिला सुरक्षा को लेकर उत्तर प्रदेश की योगी सरकार काफी गंभीर है. योगी आदित्यनाथ ने 12 साल की बच्ची के साथ गैंगरेप मामले में सपा नेता मोईद खान का मुद्दा विधानसभा में भी उठाया था.
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डीकेएम/एकेजे