दुर्ग, 2 अगस्त . छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले के रिसाली स्थित दिल्ली पब्लिक स्कूल में एक मासूम बच्ची की सुरक्षा में बरती गई लापरवाही से खफा सैकड़ों अभिभावकों ने स्कूल का घेराव किया और प्रबंधन के खिलाफ नारेबाजी की. बाद में अभिभावकों ने स्कूल के प्राचार्य प्रशांत वशिष्ठ से मुलाकात की और बच्चों की सुरक्षा को लेकर चर्चा की.
दरअसल पांच जुलाई को स्कूल की आया एक मासूम टॉयलेट कराने ले गई थी. वह बच्चे को वॉशरूम में छोड़कर दूसरे कामों में व्यस्त हो गई. कुछ देर बाद बच्ची रोते हुए वॉशरूम से बाहर आई, तब स्कूल वालों का उस पर ध्यान गया. इसी बीच स्कूल की छुट्टी हो गई. स्कूल प्रबंधन ने बच्ची को उसे लेने आई कार में बैठाकर घर भेज दिया.
मामले के सामने आने पर अभिभावकों ने अपने बच्चों की सुरक्षा को लेकर चिंता जताई और स्कूल प्रबंधन पर सवाल खड़े किए. वे मामले में स्कूल प्रबंधन द्वारा कोई कार्रवाई न किए जाने से खफा हैं.
वहीं डीपीएस स्कूल के प्रिंसिपल प्रशांत वशिष्ठ ने पांच जुलाई को हुई घटना का हमें छह जुलाई को पता चला. स्कूल में लगे सीसीटीवी फुटेज बच्चों के अभिभावकों को दिखाया गया. बच्ची को खेलने भेजा गया था और उल्टी आने पर बच्ची को घर भेज दिया गया.
वहीं इस मामले में एडिशनल एसपी सुखनंदन राठौर ने बताया कि स्कूल में पढ़ रहे बच्चों के अभिभावकों एक प्रतिनिधिमंडल आया था. पुलिस नेे मामले की जांच की, दुष्कर्म जैसा कोई भी घटना सामने नहीं आई है.
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एकेएस/