मुंबई, 2 अगस्त . भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (सेबी) की चेयरपर्सन माधबी पुरी बुच ने शुक्रवार को कहा कि भारत आईपीओ लाने और उसे जारी करने में वैश्विक स्तर पर शीर्ष पर है.
मुंबई में फिक्की की कॉन्फ्रेंस में उन्होंने कहा कि बाजार नियामक आईपीओ के दस्तावेज और जमा करने के प्रोसेस को आसान बनाने को लेकर काम कर रहा है. साथ ही रेगुलेटरी फ्रेमवर्क के फीडबैड को लेकर भी काम किया जा रहा है.
बुच ने कहा कि नियामक ढांचे का हिस्सा बनाने के लिए हम इस प्रस्ताव को अपने बोर्ड में ले गए हैं. विभिन्न क्षेत्रों में इंडस्ट्री स्टैंडर्ड फोरम की यह प्रक्रिया हमारे लिए एक सीखने का अनुभव रही है.
बाजार नियामक की ओर से स्टार्टअप को लिस्टिंग के लिए नियमों को आसान बनाने को लेकर काम किया जा रहा है.
सेबी की ओर से हाल ही में इंडस्ट्री स्टैंडर्ड फोरम से तीन मुख्य इंडस्ट्री एसोसिएट्स को बुलाया गया था.
इंडस्ट्री स्टैंडर्ड फोरम ने रेगुलेटरी स्टैंडर्ड के ड्राफ्ट बनाने और उसे लागू करने के लिए मुख्य पक्षकारों को एक मंच पर लाया है.
इस हफ्ते की शुरुआत में सेबी ने भारतीय पूंजीगत बाजारों पर एक रिपोर्ट निकाली थी. इसमें महत्वपूर्ण सुधारों और टेक्नोलॉजी इनोवेशन का देश के निवेशकों पर पड़ने वाले प्रभाव के बारे में जानकारी दी थी.
बाजार नियामक ने बताया कि रिपोर्ट हाल ही में हुए टेक्नोलॉजी इनोवेशन और रिफॉर्म के बारे में विस्तार से जानकारी देती है. इसमें से कई वैश्विक स्तर पर पहली बार लागू किए गए हैं.
एनएसई के एमडी और सीईओ आशीष कुमार चौहान ने कहा कि यह रिपोर्ट भारत के कैपिटल मार्केट के विस्तार से जानकारी देती है कि भारतीय पूंजीगत बाजारों में किस प्रकार बदलाव देखने को मिला है.
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