दादर, 1 अगस्त . स्वप्निल कुसाले ने पेरिस ओलंपिक में पुरुषों की 50 मीटर राइफल 3 पोजीशन शूटिंग स्पर्धा में कांस्य पदक जीता है. इसके बाद से देशभर में बधाइयों का दौर शुरू हो गया है. स्वप्निल के कोच विश्वजीत शिंदे ने खुशी जताई है.
स्वप्निल की इस कामयाबी पर कोच विश्वजीत शिंदे ने से खास बातचीत की. उन्होंने बताया कि स्वप्निल ने हमारा सपना पूरा किया है, कई साल से हम इस दिन का इंतजार कर रहे थे, 28 साल का इंतजार खत्म हुआ है. उन्होंने कहा कि मैं स्वप्निल को शनिवार-रविवार को पुणे में शूटिंग सिखाता था.
वह नासिक क्रीडा प्रोजेक्ट के सर्च के तहत सामने आया था. राज्य सरकार ने उन्हें काफी सपोर्ट किया. आज खुशी मिल रही है कि उसने देश का नाम रोशन किया. चूंकि, मैं रेलवे का कोच भी था, तो उसे रेलवे में भी चुना गया. रेलवे में उसे नौकरी मिली. रेलवे ने उन्हें छूट दी. रेलवे ने कहा कि हमें आपसे ओलंपिक मेडल चाहिए. अब वह सपना पूरा हुआ.
कोच ने कहा, स्वप्निल ज्यादा बोलता नहीं था. अपना काम करता था. कुछ चूक होती थी, तो वह तैयारी करता था. इस तरह वह शांत रहकर सोचता था. वह हमारे सामने बड़ा हुआ. जूनियर था, तो मेडल लाता था, सीनियर होने के दौरान भी जीतता रहा. रेलवे में मेरी कोचिंग के दौरान भी जीता, आज का आनंद सभी आनंदों से अलग है. अभी उससे बात नहीं हुई है. लेकिन, जल्द ही बात होगी.
मैंने स्वप्निल को कोल्हापुर से लेकर पुणे तक 2009 से 2017 तक कोचिंग दिया. स्वप्निल सेंट्रल रेलवे में जूनियर टिकट कलेक्टर है. उसे प्रमोशन भी मिल गया है. उन्होंने कहा कि अब स्वप्निल की कोच दीपाली देशपांडे है, जो पुणे के साईं में उसे ट्रेनिंग देती हैं और उन्ही की देखरेख में वो ओलंपिक में मेडल जीता है.
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डीकेएम/