राहुल गांधी को मैं राजनेता मानता ही नहीं, वह युवाओं का रोजगार छीनते हैं : दिलीप जायसवाल

पटना, 1 अगस्त . बिहार भाजपा के अध्यक्ष दिलीप जायसवाल ने गुरुवार को कांग्रेस सांसद राहुल गांधी पर हमला तेज करते हुए कहा कि राहुल गांधी नेता नहीं हैं और वह युवाओं से रोजगार छीन रहे हैं.

भाजपा नेता ने यहां मीडिया के सवालों के जवाब में कहा, “मैं राहुल गांधी को बिल्कुल भी राजनेता नहीं मानता हूं क्योंकि इतनी उम्र के बाद भी वह खुद को युवा नेता कहते हैं. अगर 55 साल की उम्र में लोग युवा नेता बने रहेंगे तो युवाओं का क्या होगा? ये वैसे लोग हैं जो युवाओं से रोजगार छीनते हैं, जो बुढ़ापे में भी खुद को जवान कहते हैं.”

उन्होंने कहा कि देश के सभी युवा इस बात से चिंतित हैं कि अगर राहुल गांधी युवा हैं “तो हम युवाओं का क्या होगा”? सबसे पहले तो युवाओं का हक छीनने वाला नेता इस देश में नहीं चलेगा.

देश में जाति आधारित जनगणना कराने की विपक्ष की मांग के बारे में पूछे जाने पर दिलीप जायसवाल ने कहा, “हम समझ नहीं पा रहे हैं कि जनगणना से उन्हें क्या परेशानी है? वे इस पर सवाल क्यों उठा रहे हैं? यह सब बहुत पिछड़ापन है. यह ओछी राजनीति है. नेताओं को भी अपना स्तर थोड़ा ऊपर उठाना होगा – चाहे वह किसी भी पार्टी का हो.”

उन्होंने आगे कहा, “विपक्ष हर दिन एक ही बात पर अड़ा हुआ है. वे लोग कुछ नया सोचें. जब पार्टी ने साफ कर दिया है कि हम सब चाहते हैं कि देश में जाति आधारित जनगणना हो. यही मोदी जी का नारा है – सबका साथ सबका विकास. सभी राजनीतिक दलों के नेताओं को एक बात जान लेनी चाहिए. मैं इन लोगों को सलाह देना चाहता हूं कि “एक ही मुद्दे को कब तक भुनाते रहोगे. अब भूल जाओ, यह मुद्दा बासी हो चुका है. मैं सभी राजनीतिक दलों के नेताओं से अनुरोध करता हूं कि बाकी सभी मुद्दों से हटकर देश के ज्वलंत मुद्दे उठाएं”.

नितिन गडकरी द्वारा वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण को पत्र लिखे जाने पर दिलीप जायसवाल ने कहा कि सभी नेताओं को हमेशा अच्छे सुझाव देने चाहिए. जब ​​मैंने राजस्व भूमि विभाग के मंत्री का पदभार संभाला था, तब मैंने कहा था कि कुछ दलाल, माफिया एजेंट अंचल कार्यालय के अंतर्गत राजस्व कर्मचारियों के मिलीभगत कर गरीबों को ठगते हैं, तब लोगों ने कहा कि “आप कह रहे हैं कि आपके विभाग में भ्रष्टाचार की बात है”. अगर कहीं कुछ गलत हो रहा है और कहीं कोई अच्छा सुझाव है, तो सभी राजनीतिक दलों को सुझाव देना चाहिए. सुझाव कभी नकारात्मक नहीं होता, यह सकारात्मक होता है.

आरके/एकेजे