पेरिस, 1 अगस्त . टोक्यो से बेहतर प्रदर्शन करने के इरादे से पेरिस ओलंपिक में भारतीय खिलाड़ी पूरी जान झोंक रहे हैं. अब तक भारत ने शूटिंग में तीन मेडल (ब्रॉन्ज) जीते हैं. इस बीच भारतीय बैडमिंटन के दिग्गज और कोच प्रकाश पादुकोण ने भारतीय शटलर के प्रदर्शन की सराहना करते हुए कहा कि वे अपनी क्षमता के अनुसार खेल रहे हैं और उम्मीद है कि हमें बैडमिंटन में पदक मिलेगा .
के साथ खास बातचीत में प्रकाश पादुकोण ने कहा कि भारतीय शटलर अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं, लेकिन धीरे-धीरे खेल और अधिक चुनौतीपूर्ण होने वाला है.
प्रकाश पादुकोण ने स्वीकार किया कि दो बार की मेडल विजेता पीवी सिंधु के लिए ‘असली चुनौती’ नॉकआउट में है, क्योंकि ग्रुप चरण में उन्हें आसान ड्रॉ मिला था.
तीन एकल और दो युगल जोड़ियों के साथ भारत ने पेरिस खेलों में सात शटलरों की अपनी संयुक्त सबसे बड़ी बैडमिंटन टीम उतारी. भारत ने रियो 2016 ओलंपिक के लिए भी सात शटलर भेजे थे.
पेरिस में, पुरुष और महिला वर्ग के सभी तीन एकल खिलाड़ी लक्ष्य सेन, एचएस प्रणय और पीवी सिंधु हैं. पुरुष युगल जोड़ी सात्विकसाईराज रंकीरेड्डी-चिराग शेट्टी ने प्रतियोगिताओं के प्री-क्वार्टर फाइनल में जगह बनाई.
प्रकाश पादुकोण ने पेरिस में इंडिया हाउस में से कहा, “वे अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं, वो अपनी क्षमता और फॉर्म के अनुसार खेल रहे हैं. हमारे पास ग्रुप मैच हैं, इसलिए उन्होंने अच्छा प्रदर्शन किया है और उनमें से सभी ने नॉकआउट चरण के लिए क्वालीफाई किया है. उम्मीद है कि हमें बैडमिंटन में पदक मिलेगा.”
पुरुष एकल में, सेन ने तीसरे वरीयता प्राप्त इंडोनेशियाई जोनाथन क्रिस्टी पर करो या मरो के मैच में जीत के साथ अंतिम-16 चरण में जगह बनाई.
खराब शुरुआत के बावजूद, जिसमें भारतीय खिलाड़ी पहले गेम में 2-8 से पिछड़ रहा था, सेन ने गेम को पलटने के लिए गहरी कोशिश की और वापसी करते हुए स्कोर 10-ऑल से बराबर कर दिया. उतार-चढ़ाव भरे मुकाबले में दोनों शटलर 18-18 से बराबरी पर थे, लेकिन सेन ने आगे बढ़कर पहले गेम में 21-18 से जीत हासिल कर ली.
इस जीत ने प्री-क्वार्टर फाइनल राउंड में लक्ष्य का स्थान पक्का कर दिया, जहां उनका सामना हमवतन एच.एस प्रणय से होगा. प्रणय ने बुधवार को एक अन्य मुकाबले में वियतनामी शटलर ले डक फाट के खिलाफ जीत दर्ज की.
ओलंपिक इतिहास में यह पहली बार है कि दो भारतीय बैडमिंटन खिलाड़ी नॉकआउट मैच में सीधे एक-दूसरे के खिलाफ हैं. आमने-सामने के मुकाबले में, सेन को प्रणय पर 4-3 की मामूली बढ़त हासिल है.
इस मुकाबले के बारे में बोलते हुए पादुकोण ने कहा कि यह कहना वाकई मुश्किल है कि कौन आगे बढ़ेगा, क्योंकि दोनों शटलर पहले भी एक-दूसरे के खिलाफ खेल चुके हैं और एक-दूसरे के खेल को अच्छी तरह से जानते हैं. दोनों ने एक-दूसरे को हराया है. मुझे लगता है कि यह सब उस दिन के मौजूदा फॉर्म पर निर्भर करेगा. यह इस बात पर निर्भर करता है कि कौन अच्छा खेलता है, कौन दबाव को झेलने में सक्षम है.
इस बीच, सिंधु जो लगातार तीसरे ओलंपिक पदक पर नजर गड़ाए हुए हैं. अपने ग्रुप में शीर्ष पर रहने के बाद नॉकआउट में पहुंच गई हैं. लेकिन सिंधु के मेंटॉर प्रकाश पादुकोण का मानना है कि इस दिग्गज शटलर को अब आगे कड़ी प्रतिस्पर्धा का सामना करना पड़ेगा.
1992 में बार्सिलोना में इस खेल के ओलंपिक में डेब्यू के बाद से, भारत ने बैडमिंटन में तीन पदक जीते हैं, जिनमें सिंधु (रियो 2016 में रजत और टोक्यो 2020 में कांस्य) और साइना नेहवाल (लंदन 2012 में कांस्य) शामिल हैं. खास बात ये है कि तीनों पदक महिला एकल में आए हैं.
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एएमजे/आरआर