शिमला, 31 जुलाई . हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला में देश का सबसे लंबा 14 किलोमीटर का रोपवे बनेगा. प्रोजेक्ट को लेकर बुधवार को संगोष्ठी का आयोजन हुआ. उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने बताया कि शिमला रोपवे एक बहुत ही महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट है. रोपवे की दुनिया में राज्य देश को रास्ता दिखा पाएगा.
उन्होंने कहा कि यह देश का सबसे लंबा और दुनिया का दूसरा सबसे लंबा रोपवे है. बोलीविया की राजधानी ला पाज में 33-34 किमी का रोपवे सबसे लंबा है. इसकी अनुमानित लागत 1,734 करोड़ रुपये होगी.
शिमला की ख्याति पूरी दुनिया में है. दुनिया भर के टूरिस्ट बड़ी संख्या में यहां आते हैं. रोपवे से शहर को सड़क यातायात की समस्याओं से छुटकारा मिलेगा. अग्निहोत्री ने कहा कि अब यातायात के दूसरे मॉडलों की तरफ रुख करने का समय आ गया है.
उन्होंने बताया कि हिमाचल सरकार के इस परियोजना को तेजी से आगे बढ़ाया जा रहा है. केंद्र सरकार और राज्य सरकार की ओर से सभी मंजूरी मिल गई है. बैंक के साथ भी सरकार की बातचीत हो गई है. दुनिया भर की जितनी बड़ी कंपनियां है उन्हें परियोजना में बोली लगाने के लिए आमंत्रण दिया जा रहा है. परियोजना का टेंडर इस साल के अंत तक फाइनल कर दिया जाएगा.
उपमुख्यमंत्री ने बताया कि यह एक बड़ी परियोजना है. इसमें करीब चार साल का समय लगेगा. सरकार की पूरी कोशिश रहेगी कि दो साल में इस प्रोजेक्ट के आधे काम को पूरा कर जनता को जल्दी सहूलियत दी जा सके.
उन्होंने कहा कि इसके अलावा कुल्लू की बिजली परियोजना पर भी काम चल रहा है. वह भी बहुत ही महत्वाकांक्षी और आकर्षक परियोजना है. देव भूमि में मंदिर के लिए भी प्रोजेक्ट चल रहे हैं. बाबा बालक नाथ, बगलामुखी और जाखु ये सभी आकर्षण का केंद्र बन रहे हैं. सरकार इन सभी परियोजनाओं को प्राथमिकता दे रही है. इसके लिए हर तरह से सहयोग भी दिया जा रहा है.
देश के सबसे लंबे रोपवे में 220 के करीब ट्रॉली लगाई जाएगी और 14 स्टॉपेज बनाए जाएंगे. तारा देवी से ओल्ड बस स्टैंड संजौली और शिमला के अन्य क्षेत्रों को रोपवे से जोड़ा जाएगा.
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एसएम/एकेजे