वायनाड, 31 जुलाई . केरल के वायनाड में भूस्खलन होने से बिहार के कई मजदूर लापता हैं. ये सभी मजदूर बिहार के वैशाली जिले के गोरौल प्रखंड क्षेत्र स्थित पोझा गांव के बताए जा रहे हैं. यह सभी वायनाड मजदूरी करने गए थे.
इसी पोझा गांव के दुखन पासवान का पुत्र अरुण पासवान इस हादसे में घायल हो गया, जबकि गांव के ही सुरेंद्र पासवान का पुत्र बिजनेशिया पासवान और उपेंद्र पासवान व उसकी पत्नी फूल कुमारी का कोई पता नहीं चल रहा है.
इसी परिवार के रिश्तेदार रंजीत पासवान और साधु पासवान भी लापता बताए जा रहे हैं, जो वैशाली जिले के ही जंदाहा के रहने वाले हैं. यह सभी वायनाड में मजदूरी किया करते थे. इसके अलावा, कई घायल श्रमिक को उपचार के लिए नजदीकी अस्पताल में भर्ती करवाया गया है. इनके परिजन वायनाड में फंसे अपने लोगों से संपर्क साधने का प्रयास कर रहे हैं, लेकिन भूस्खलन की वजह से इन्हें संपर्क स्थापित करने में परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.
केरल सरकार ने कहा है कि हम रेस्क्यू ऑपरेशन कर रहे हैं. सभी लोगों को बचाकर उन्हें अपने परिजनों को सौंपा जा रहा है. इसमें कई लोग अन्य राज्यों के भी हैं, जिनकी पहचान की जा रही है. इनमें से कई लोग घायल भी हुए हैं, जिनका उपचार जारी है. ठीक होने के बाद इन्हें इनके परिजनों को सौंप दिया जाएगा.
केरल के वायनाड में भूस्खलन होने से स्थित अस्त व्यस्त है. कई लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी है. दुख की बात यह है कि मौत का आंकड़ा लगातार बढ़ रहा है.
इसके अलावा, कई लोग घायल भी हुए हैं, जिन्हें उपचार के लिए नजदीकी अस्पताल में भर्ती करवाया गया है.
कांग्रेस नेता राहुल गांधी और मल्लिकार्जुन खरगे ने भी इस मुद्दे को सदन में उठाया और केंद्र सरकार से यह जानने का प्रयास किया कि आखिर वायनाड में स्थिति को सामान्य करने के लिए क्या कुछ किया जा रहा है. इस पर केंद्र की ओर से जवाब देते हुए जेपी नड्डा ने कहा कि केंद्र की ओर से राज्य सरकार की हर मुमकिन मदद की जा रही है. हम लगातार स्थिति को सामान्य करने की दिशा में जुटे हुए हैं. राहत एवं बचाव कार्य व्यापक स्तर पर जारी है. केंद्र की ओर से बड़ी संख्या में अर्धसैनिक बलों और चिकित्सा कर्मियों को भेजा जा रहा है, ताकि वहां स्थिति को सामान्य किया जा सके.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भूस्खलन में जान गंवाने वाले लोगों को दो लाख रुपए और घायलों को 50 हजार रुपए की आर्थिक सहायता दिए जाने का ऐलान किया है.
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एसएचके/