पटना, 30 जुलाई . दिल्ली के एक कोचिंग संस्थान की लाइब्रेरी में तीन छात्रों की मौत से पूरा देश स्तब्ध है. यूपीएससी की तैयारी करने राजेंद्र नगर पहुंचे छात्रों की मौत के बाद कोचिंग संस्थानों का निरीक्षण किया जा रहा है. इसी क्रम में मंगलवार को बिहार के पटना में कई कोचिंग संस्थानों की जांच की गई. इसमें खान सर की कोचिंग भी शामिल है.
एसडीएम श्रीकांत कुंडलिक खांडेकर के नेतृत्व में पटना अग्निशमन, शिक्षा विभाग, पटना नगर निगम और स्थानीय थाने ने जांच अभियान चलाया. इस दौरान खान स्टडी सेंटर, ज्ञान विंदू कोचिंग सेंटर, मैथ मस्ती क्लासेस जैसी कोचिंग संस्थानों का औचक निरीक्षण किया गया.
एसडीएम श्रीकांत कुंडलिक खांडेकर ने बताया कि आज हमने पटना के नया टोला से लेकर भिखना पहाड़ी तक तकरीबन 25 से 30 कोचिंग संस्थानों की जांच की है. खान की ‘जीएस क्लासेस’ और ‘ज्ञान विंदू’ कोचिंग सेंटर ने अलग-अलग मापदंडो के सर्टिफिकेट उपलब्ध कराने के लिए समय मांगा है. इन्हें कल तक इसे जमा कराने के लिए कहा है.
उन्होंने कहा कि जांच के दौरान यह पाया गया कि भीड़-भाड़ वाले इलाके में कोचिंग संस्थानों का संचालन हो रहा है. कुछ जगहों पर रजिस्ट्रेशन नहीं है, जिस पर संज्ञान लिया जा रहा है. कोचिंग में फायर उपकरण तो हैं, लेकिन फायर एनओसी नहीं है.
बिहार कोचिंग रेगुलेशन एक्ट के तहत संस्थानों को बिल्डिंग का सर्टिफिकेट जमा कराने के निर्देश दिए गए हैं. संस्थानों में पार्किंग की व्यवस्था की जांच की जा रही है.
गौरतलब है कि दिल्ली बेसमेंट हादसे के बाद दृष्टि आईएएस कोचिंग समेत कई कोचिंग संस्थानों को सीज कर दिया गया है. राष्ट्रीय राजधानी के मुखर्जी नगर स्थित दृष्टि समेत कई कोचिंग संस्थानों के बेसमेंट में क्लास चलाने की खबर प्राप्त हुई थी, इसके बाद उन पर कार्रवाई की गई.
हालांकि बाद में दृष्टि आईएएस की तरफ से अपना पक्ष रखा गया था. दिल्ली की तर्ज पर अन्य राज्यों में भी कोचिंग संस्थानों की जांच की जा रही है.
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