बिहार, 30 जुलाई . दिल्ली के ओल्ड राजेंद्र नगर स्थित कोचिंग संस्थान के बेसमेंट में जलभराव होने से तीन छात्रों की डूबने से मौत हो गई. इस हादसे के बाद से देशभर में विरोध प्रदर्शनों का दौर शुरू हो गया है.
बिहार की राजधानी पटना में भी विरोध प्रदर्शन चल रहा है. इस कड़ी में मंगलवार को छात्र संगठन दिशा के नेतृत्व में प्रतिवाद मार्च निकाला गया. इसमें बड़ी संख्या में छात्र शामिल हुए. प्रदर्शन में शामिल मृत्युंजय कुमार ने बताया कि राजधानी दिल्ली के ओल्ड राजेंद्र नगर के कोचिंग संस्थान में जो घटना हुई, वह दिल्ली समेत, पटना, कोटा, इलाहाबाद जैसे शहरों में भी घटित हो सकती है. हर जगह देखने को मिल रहा है कि अवैध रूप से संचालित लाइब्रेरी में 400 से 500 लोगों की भीड़ पढ़ाई करती है.
इन कोचिंग संस्थानों में सुरक्षा मानकों का ख्याल नहीं रखा जा रहा है. इसके चलते दिल्ली की घटना सामने आई. सुरक्षा मानकों की अवहेलना करने वाले कोचिंग संस्थानों पर सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए. जिससे दिल्ली जैसी घटना भविष्य में घटित न हो. प्रदर्शनकारियों ने सरकार से यह भी मांग की है कि वह जगह-जगह सरकारी हॉस्टल खोले, साथ ही पब्लिक लाइब्रेरी खोले, जहां छात्र निशुल्क पढ़ाई कर सकें.
मालूम हो कि दिल्ली के ओल्ड राजेंद्र नगर स्थित एक कोचिंग संस्थान में 27 जुलाई की शाम बेसमेंट में पानी भरने से वहां लाइब्रेरी में पढ़ रहे तीन छात्रों की डूबने से मौत हो गई. स्थानीय लोगों का आरोप है कि कई बार नालों की सफाई के संबंध में प्रशासन को अवगत कराया गया. लेकिन, इस ओर ध्यान नहीं दिया गया. वहीं, इस हादसे के बाद अवैध रूप से संचालित कोचिंग संस्थानों पर बुलडोजर चलाया गया है.
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डीकेएम/