कोझिकोड, 30 जुलाई . वायनाड के चूरलपारा में मंगलवार को हुए भीषण भूस्खलन में कम से कम 19 लोगों की मौत हो गई.
बताया जा रहा है कि भूस्खलन रात करीब 2 बजे हुआ और इलाका पूरी तरह से कट गया.
केरल के मुख्य सचिव वी. वेणु ने स्थानीय मीडिया को बताया, “रात करीब 2 बजे, कम से कम दो से तीन बार भूस्खलन हुआ. इस समय, कुछ प्रभावित इलाके कट गए हैं. मौसम भी प्रतिकूल है, इसलिए एनडीआरएफ की टीमें इनमें से कुछ प्रभावित इलाकों में नहीं जा पा रही हैं. सभी लोग अलर्ट पर हैं. हम समन्वित तरीके से बचाव कार्य करेंगे. हम अभी भी पता लगा रहे हैं कि कितने लोग फंसे हुए हैं. बचाव कार्य सुनिश्चित करने के लिए लोगों को एयरलिफ्ट करने सहित सभी विकल्पों पर विचार किया जा रहा है.”
स्थानीय लोग और पेशेवर बचाव ऑपरेटरों की एक टीम इलाके में लोगों का पता लगाने में लगी हुई है, जो दो हिस्सों में बंट गया है और करीब 400 परिवार अलग-थलग पड़ गए हैं.
इस बीच, अट्टामाला, जिसमें अच्छी संख्या में होमस्टे हैं, बुरी तरह प्रभावित हुआ है और बचाव अभियान शुरू हो गया है और पर्यटकों के फंसने की खबरें हैं.
घटनास्थल पर पहुंचे राज्य के वन मंत्री ए.के. ससीन्द्रन ने कहा कि नुकसान का आकलन करना अभी जल्दबाजी होगी.
“कम से कम 53 लोग यहां एक अस्पताल में भर्ती हैं और छह शव भी हैं. दूसरे अस्पताल में 13 लोग घायल हैं, जिन्हें सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया है और वहां भी छह हैं. हमने बचाव अभियान शुरू कर दिया है और हेलीकॉप्टरों के आने का इंतजार कर रहे हैं. जल्द ही एक नया रोपवे बनाया जाएगा और सेना एक अस्थायी पुल भी बनाएगी, ताकि पुल के बह जाने के बाद फंसे लोगों को बचाया जा सके,” ससीन्द्रन ने कहा.
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केआर/