राजस्थान भाजपा विधायक ने की राज्य में यूसीसी जल्द लागू करने की मांग

जयपुर, 29 जुलाई . राजस्थान भाजपा विधायक बालमुकुंद आचार्य ने कहा है कि समान नागरिक संहिता (यूसीसी) को जल्द से जल्द प्रदेश में लागू किया जाना चाहिए.

राजस्थान में भाजपा नेता और राज्य मंत्री यूसीसी को लेकर लगातार बात कर रहे हैं, लेकिन सरकार ने अभी तक इस पर कोई फैसला नहीं लिया है. कुछ समय पहले, मंत्री कन्हैया लाल चौधरी ने कहा था कि राज्य सरकार उत्तराखंड की तरह ही विधानसभा में यूसीसी विधेयक पेश करने की योजना बना रही है. हालांकि, भजनलाल सरकार ने अभी तक कोई कदम नहीं उठाया है.

भाजपा विधायक आचार्य हिंदू समुदाय से जुड़े मुद्दे उठाते रहे हैं. उन्होंने मांग की है कि ‘एक देश और एक कानून’ को जल्द लागू किया जाना चाहिए. उन्होंने कहा, “हम ‘एक देश और एक कानून’ की मांग कर रहे हैं और मुझे विश्वास है कि इसे जल्द ही लागू किया जाएगा. मैंने अपनी ओर से केंद्र सरकार के समक्ष भी यह मांग उठाई है.”

झुंझुनू में कांवड़ियों के साथ पुलिस की मारपीट की खबरों पर मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा कि कांवड़ियों के साथ किसी भी तरह का अभद्र व्यवहार बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.

उन्होंने कहा कि मामले की बिना किसी पक्षपात के जांच की जाएगी और यदि कोई अधिकारी इसमें शामिल है तो उसे भी निलंबित किया जाएगा.

रविवार रात लोहार्गल धाम में भारी भीड़ होने के कारण पुलिस ने कांवड़ियों पर लाठियों से हमला किया. आचार्य ने कहा कि उन्हें इस घटना का एक वीडियो सोशल मीडिया पर मिला है. उन्होंने कहा, “इस तरह की हरकतें बर्दाश्त नहीं की जाएंगी. फिलहाल, मामले में चीजें स्पष्ट नहीं हैं.”

भाजपा विधायक ने आगे कहा कि कांग्रेस के शासन में माफिया फल-फूल रहे थे. लेकिन भाजपा के सत्ता में आते ही उनकी हरकतों पर लगाम लग गई. उन्होंने कहा, “अब माफियाओं का राज खत्म हो गया है, इसलिए वे मुख्यमंत्री को धमका रहे हैं. हमारे सीएम ने कांग्रेस के राज में पनप रहे माफियाओं के राज को खत्म कर दिया है. इसलिए अब जेल में बंद लोग डरे हुए हैं और इसलिए वे सीएम को धमका रहे हैं.”

बता दें कि रविवार को सीएम भजनलाल शर्मा को जेल से बदमाशों ने धमकाया था. भाजपा विधायक ने आगे कहा कि उनकी धमकियों का कोई असर नहीं होने वाला है.

बालमुकुंद आचार्य ने जम्मू-कश्मीर में अनुच्छेद 370 खत्म करने की तिथि और राजस्थान के स्कूलों में सावरकर जयंती मनाने की भी सराहना की.

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