बीजिंग, 28 जुलाई . चीनी विदेश मंत्री वांग यी ने शनिवार को लाओस की राजधानी वियनतियाने में आयोजित पूर्वी एशिया सहयोग पर विदेश मंत्रियों के सम्मेलन के दौरान दक्षिण चीन सागर के मुद्दे पर चीन के रुख पर प्रकाश डाला.
इस मौके पर वांग यी ने कहा कि दक्षिण चीन सागर पर चीन की प्रभुसत्ता और समुद्री अधिकारों व हितों का पर्याप्त ऐतिहासिक और कानूनी आधार है. चीन ने पड़ोसी देशों के साथ मित्रता कायम रखने और क्षेत्रीय सहयोग बढ़ाने की दृष्टि से आसियान देशों के साथ दक्षिण चीन सागर पर विभिन्न पक्षों के आचरण की घोषणा संपन्न की. चीन हमेशा घोषणा का व्यापक व कारगर कार्यान्वयन करता है और वार्ता व सलाह के जरिये सीधे संबंध वाले देश के साथ मतभेदों पर उचित नियंत्रण करता है.
उन्होंने कहा कि चीन और आसियान देश दक्षिण चीन सागर पर आचरण के मापदंड पर वार्ता बढ़ा रहे हैं और व्यवहारिक समुद्रीय सहयोग करते हैं, ताकि समान रूप से दक्षिण चीन सागर की शांति और स्थिरता की रक्षा की जा सके. दक्षिण चीन सागर के मुद्दे के उचित निपटारे में क्षेत्रीय देश बिलकुल आश्वस्त, बुद्धिमान और सक्षम हैं.
किसी देश ने तथाकथित दक्षिण चीन सागर संबंधी पंचाट-प्रस्ताव के मामले की फिर से चर्चा की. इस बारे में वांग यी ने कहा कि यह अस्थायी पंचाट-कोर्ट का गलत फैसला है और बिलकुल राजनीतिक हेरफेर है, जो अवैध और अमान्य है. दक्षिण चीन सागर पर चीन की प्रभुसत्ता और समुद्री अधिकारों व हितों पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा.
(साभार- चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)
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