मार्केट आउटलुक : तिमाही नतीजे, पीएमआई डेटा के साथ यह फैक्टर्स बाजार के लिए होंगे अहम

मुंबई, 28 जुलाई . भारतीय शेयर बाजार के लिए बीता कारोबारी हफ्ता काफी शानदार रहा. नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) के मुख्य सूचकांक निफ्टी ने 24,861 का नया ऑल-टाइम हाई बनाया.

बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) का मुख्य सूचकांक सेंसेक्स भी अपने ऑल-टाइम हाई के करीब बंद हुआ. बीते हफ्ते निफ्टी ने 1.24 प्रतिशत और सेंसेक्स ने 0.90 प्रतिशत का रिटर्न दिया है. यह लगातार आठवां कारोबारी हफ्ता था, जब बाजार सकारात्मक हुआ है.

आने वाले हफ्ते में शेयर बाजार में कारोबार कई घरेलू और विदेशी फैक्टर्स पर निर्भर करेगा. घरेलू स्तर पर देखा जाए तो वित्त वर्ष 2024-25 की पहली तिमाही के नतीजे, इन्फ्रास्ट्रक्चर आउटपुट और मैन्युफैक्चरिंग पीएमआई के आंकड़े आएंगे.

वहीं, एक अगस्त से ऑटोमोबाइल सेल्स के आंकड़े आने शुरू हो जाएंगे, जिसका असर शेयर बाजार पर देखने को मिल सकता है. इसके विदेशी निवेशकों और घरेलू निवेशकों की गतिविधियों से भी बाजार की दिशा तय होगी. वैश्विक स्तर पर, अमेरिकी फेड की मीटिंग गुरुवार को होगी.

इसमें ब्याज दरों को 5.25 प्रतिशत से लेकर 5.50 प्रतिशत पर बरकरार रखा जा सकता है. वहीं, ब्याज दरों को लेकर बैंक ऑफ जापान की बुधवार को बैठक है. जून में बैंक ऑफ जापान ने ब्याज दरों को 0 से 0.1 प्रतिशत पर बरकरार रखा था.

मास्टर कैपिटल सर्विसेज के वरिष्ठ उपाध्यक्ष अरविंदर सिंह नंदा का कहना है कि निफ्टी के लिए 25,000 फिलहाल एक बड़ा रुकावट का स्तर है. अगर निफ्टी इससे ऊपर ट्रेड करना शुरू कर देता है तो 25,400 का स्तर भी देखने को मिल सकता हैं वहीं, 24,500 एक मजबूत सपोर्ट है. ऐसे में हर गिरावट पर खरीदारी करनी चाहिए.

वीटी मार्केट्स के मार्केट विश्लेषक एलेक्स वोल्कोव ने वैश्विक बाजारों को लेकर कहा कि अमेरिकी फेड चेयरमैन पॉवेल की ओर से हाल ही में ब्याज दरों में कटौती को लेकर नकारात्मक बयान दिया है, जिससे लगता है इस बार ब्याज दरों में कमी नहीं होगी. हालांकि, सितंबर में 25 आधार अंक की ब्याज दरों में कटौती संभावना बनी हुई है. हालांकि, टेक शेयरों पर दबाव होने के कारण वैश्विक बाजारों का प्रदर्शन पिछले हफ्ते मिलाजुला रहा था.

एबीएस/एफजेड