बीजिंग, 27 जुलाई . चीन-आसियान विदेश मंत्रियों की बैठक शुक्रवार को लाओस की राजधानी वियनतियाने में आयोजित हुई. चीनी विदेश मंत्री वांग यी ने चीन-आसियान संबंध समन्वय देशों के प्रतिनिधियों के साथ बैठक की सह-अध्यक्षता की, आसियान देशों के विदेश मंत्री और आसियान महासचिव बैठक में शामिल हुए.
बैठक में वांग यी ने कहा कि इस वर्ष शांतिपूर्ण सह-अस्तित्व के पांच सिद्धांतों के प्रकाशन की 70वीं वर्षगांठ है. आसियान द्वारा समर्थित “बांडुंग भावना” और “आसियान वे” पंचशील सिद्धांतों के साथ अत्यधिक सुसंगत हैं. पंचशील की 70वीं वर्षगांठ मनाने के लिए पिछले महीने पेइचिंग में स्मृति सम्मेलन आयोजित हुआ, जिसमें राष्ट्रपति शी चिनफिंग ने भाषण देते हुए कहा कि पंचशील सिद्धांत आज भी जीवन शक्ति से ओतप्रोत हैं और मानव जाति के लिए साझा भविष्य वाले समुदाय के निर्माण की अवधारणा नई स्थिति के तहत पंचशील सिद्धांतों की सबसे अच्छी विरासत और उत्थान हैं.
वांग यी ने यह भी कहा कि चीन-आसियान वार्ता और सहयोग 33 वर्षों से गुजर चुका है और एक परिपक्व और स्थिर अवधि में प्रवेश कर चुका है. यह एशिया-प्रशांत सहयोग का सबसे उपयोगी और गतिशील उदाहरण भी बन गया है. इसमें ध्यान देने योग्य चार महत्वपूर्ण अनुभव हैं. पहला है पड़ोसियों के प्रति मैत्रीपूर्ण और दयालु बने रहना, दूसरा है एक-दूसरे के साथ ईमानदारी से व्यवहार करते रहना, तीसरा है समान विकास जारी रखना, और चौथा है खुलेपन व समावेशिता पर कायम रहना.
वांग यी ने कहा कि चीन दृढ़ता से आसियान की रणनीतिक स्वतंत्रता का लगातार समर्थन करता रहेगा, चीन और आसियान के बीच उच्च स्तरीय कनेक्टिविटी की प्राप्ति को बढ़ावा देना चाहता है, ताकि ज्यादा घनिष्ठ चीन-आसियान साझा भविष्य वाले समुदाय में नई प्रेरित शक्ति संचार किया जा सके. इसके अलावा, वांग यी ने दक्षिण चीन सागर मुद्दे पर चीन की सैद्धांतिक स्थिति के बारे में भी विस्तार से बताया.
बैठक में विभिन्न पक्षों ने शांति और स्थिरता को बढ़ावा देने के चीन के प्रयासों के बारे में सकारात्मक बात करते हुए कहा कि पंचशील सिद्धांतों का पालन करना जारी रखना और मौजूदा परिस्थितियों में “बांडुंग भावना” को आगे बढ़ाना महत्वपूर्ण है. उन्होंने चीन द्वारा प्रस्तावित सिलसिलेवार वैश्विक पहलों पर समर्थन व्यक्त किया और आसियान की केंद्रीय स्थिति के प्रति चीन के मजबूत समर्थन और दोनों पक्षों के बीच व्यावहारिक सहयोग के सार्थक परिणामों की अत्यधिक सराहना की.
इसके अलावा, उन्होंने आसियान और चीन के बीच आर्थिक और व्यापारिक निवेश, डिजिटल परिवर्तन, इंटर-कनेक्शन, स्वच्छ ऊर्जा, जलवायु परिवर्तन का मुकाबला आदि क्षेत्रों में व्यापक सहयोग को विस्तार करने, तथा दोनों पक्षों के बीच व्यापक रणनीतिक साझेदारी को गहरा करने पर प्रकाश डाला.
(साभार- चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)
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