पटना, 27 जुलाई . आम बजट में बिहार को स्पेशल स्टेटस न मिलने से कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अखिलेश प्रसाद सिंह ने नाराजगी व्यक्त करते हुए इस मुद्दे पर पूरे प्रदेश में आंदोलन करने की बात कही है.
उन्होंने से बात करते हुए कहा, “मैंने बिहार को विशेष राज्य का दर्जा दिये जाने की मांग की है और आगे भी करता रहूंगा. बिहार बीमारू राज्य है. बिहार को अगर अग्रणी राज्यों के साथ खड़ा करना है तो इसको स्पेशल स्टेटस मिलना ही चाहिए. केंद्र सरकार को अगर लगता है कि प्रावधानों में परिवर्तन करने की आवश्यकता है तो वह करे. सरकार को हर प्रावधान में बदलाव करने का अधिकार है, लेकिन बिहार के साथ न्याय करें. हम बिहार का हक लेकर रहेंगे.”
उन्होंने आगे कहा, “बिहार और पूर्वोत्तर राज्यों को बदहाली से निकालने के लिए सरकार को बड़ा आर्थिक पैकेज देना चाहिए था, या स्पेशल स्टेटस देना चाहिए था. बिहार की आवाज हमने सदन में उठाई है और अब हम अपनी आवाज को सड़क तक ले जायेंगे. हर जिले, हर प्रखंड में आंदोलन होगा. यह तब तक होगा जब तक बिहार को विशेष दर्जा नहीं मिल जाये.”
बता दें, मोदी सरकार का आम बजट वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने पेश किया था. इस बजट में राज्यों के साथ भेदभाव का आरोप लगाकर लगभग विपक्षी दलों ने विरोध किया था.
बजट में आंध्र प्रदेश और बिहार को सबसे ज्यादा धन आवंटन किया गया. जिसकी वजह से गैर-भाजपा शासित राज्यों ने भाजपा पर केंद्र में अपनी सरकार बचाए रखने के लिए सरकार के सहयोगी दलों के राज्यों को अधिक बजट देने आरोप लगाया.
इसी मुद्दे पर कई गैर-भाजपा शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों ने नीति आयोग की बैठक का भी बहिष्कार किया है. लेकिन बिहार की स्थिति इससे अलग है. बिहार की विपक्षी पार्टियां राज्य को स्पेशल स्टेटस देने की मांग लगातार कर रही हैं. बजट में बिहार को मिले अधिक धन पर आरजेडी, कांग्रेस समेत कई पार्टियों ने इसे पूर्वोत्तर राज्यों के लिए बनने वाले गलियारे का हिस्सा बताया.
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पीएसएम/