बीजिंग, 26 जुलाई . चीन का विकास विश्व और भारत के लिए एक अवसर है. चीन के रनमिन विश्वविद्यालय में छोंगयांग इंस्टीट्यूट ऑफ फाइनेंशियल स्टडीज के कार्यकारी निदेशक वांग वन ने ‘चीन का सुधार, विश्व के लिए अवसर’ ग्लोबल डायलॉग इंडिया ऑनलाइन सम्मेलन में यह बात कही.
इस ऑनलाइन सम्मेलन में वांग वन ने कहा कि पिछले 10 वर्षों में चीन और भारत सबसे तेजी से बढ़ने वाले प्रमुख आर्थिक समुदाय रहे हैं. चीन का विकास विश्व और भारत के लिए भी एक अवसर है. वर्तमान में चीन भारत का सबसे बड़ा व्यापारिक साझेदार है. चीनी उत्पादों ने आम भारतीयों के जीवन में बहुत-सी लागतें बचाई हैं. चीन और भारत के अभिजात वर्ग को चीन-भारत संबंधों में सुधार को बढ़ावा देना चाहिए, दोनों देशों के बीच निवेश सहयोग और लोगों के बीच आदान-प्रदान को बढ़ावा देना चाहिए, ताकि संयुक्त रूप से चीन और भारत के नेतृत्व में एक एशियाई सदी का निर्माण किया जा सके.
बता दें कि 25 जुलाई को आयोजित ऑनलाइन सम्मेलन में कई प्रख्यात वक्ताओं ने भाग लिया और अपने विचार व्यक्त किए, जिनमें कोलकाता में चीनी महावाणिज्यदूत श्यू वेई, फेडरेशन ऑफ इंडियन चैंबर्स ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री के कार्यकारी निदेशक अतुल डालाकोटी, विश्वभारती विश्वविद्यालय के चीना भवन के डीन अविजित बनर्जी और भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) की पश्चिम बंगाल समिति के सचिव मोहम्मद सलीम आदि शामिल थे.
(साभार- चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)
–
एबीएम/