नई दिल्ली, 26 जुलाई . एंजेल टैक्स समाप्त होने से विदेशी निवेशकों से टैक्स का बोझ हट जाएगा और इससे भारतीय स्टार्टअप के लिए फंड्स का सूखा खत्म हो जाएगा. इंडस्ट्री एक्सपर्ट्स की ओर से शुक्रवार को यह जानकारी दी गई.
डिपार्टमेंट फॉर प्रमोशन ऑफ इंडस्ट्री एंड इंटरनल ट्रेड (डीपीआईआईटी) की ओर से भी कहा गया है कि एंजेल टैक्स के हटने से फंड्स की पाइपलाइन में सुधार होगा.
2023 में भारत में प्राइवेट इक्विटी और वेंचर कैपिटल इन्वेस्टमेंट्स 39 अरब डॉलर था, जो 2022 में 62 अरब डॉलर था. बता दें, एंजेल टैक्स, सरकार द्वारा विदेशी निवेशकों पर लगाया जाता है.
रेजरपे के चीफ फाइनेंसियल ऑफिसर (सीएफओ) अर्पित चुग ने कहा कि कई चुनौतियों के बाद भी स्टार्टअप इकोसिस्टम ने देश की जीडीपी में काफी योगदान दिया है और भारत को विश्व पटल पर लाने में अहम भूमिका निभाई है.
चुग ने आगे कहा कि सरकार के इस कदम से भारत में स्टार्टअप इकोसिस्टम को काफी बूस्ट मिलेगा. स्टार्टअप के नेतृत्व में भारत वैश्विक इनोवेशन हब बन पाएगा.
मार्केट इंटेलिजेंस प्लेटफॉर्म ट्रैक्सन के मुताबिक, भारतीय टेक स्टार्टअप ने जनवरी से जून के बीच 4.1 अरब डॉलर की पूंजी जुटाई है, जो कि 2023 की दूसरी छमाही में जुटाए गए 3.96 अरब डॉलर से 4 प्रतिशत ज्यादा है. फंडिंग पाने में भारत के टेक स्टार्टअप दुनिया में चौथे स्थान पर थे.
कोगो के सह-संस्थापक और सीईओ, राज के. गोपालकृष्णन ने कहा कि निवेशकों पर से एंजेल टैक्स हटाने से भारत में स्टार्टअप फंडिंग का सूखा समाप्त होगा. अब ज्यादा संख्या में भारतीय स्टार्टअप विदेशी निवेश प्राप्त कर सकेंगे. इससे बड़ी मात्रा में नौकरियां भी पैदा होंगी.
व्हाटफिक्स के सह-संस्थापक और सीईओ, खादिम बत्तीन ने कहा कि एंजेल टैक्स हटाना एक काफी महत्वपूर्ण कदम है. इससे स्टार्टअप के लिए फंड्स का सूखा खत्म होगा.
साथ ही कहा कि विदेशी निवेश और बाहर निवेश करने के नियमों को आसान बनाने और भारतीय रुपये को प्रमोट करने से निवेशकों का विश्वास और बढ़ेगा.
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एबीएस/