कारगिल, 26 जुलाई, . प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शुक्रवार को कारगिल दौरे पर थे. पीएम ने यहां पर लद्दाख में शिंकुन ला सुरंग के निर्माण कार्य की शुरुआत की. इस सुरंग का निर्माण कार्य करीब 15, 800 फीट की ऊंचाई पर किया जाएगा.
पीएम मोदी ने अपने यूट्यूब चैनल से शिंकुन ला सुरंग का एक वीडियो शेयर किया. 2 मिनट 27 सेकंड के इस वीडियो में बताया गया है कि कैसे यह सुरंग लद्दाख के विकास के लिए मील का पत्थर साबित होगी. मनाली और लेह के बीच निमू- पदुम-दारचा रोड पर करीब 4800 दुनिया की सबसे ऊंची शिंकुन ला टनल का निर्माण कार्य किया जाएगा.
सीमा सुरक्षा संगठन को इस परियोजना की जिम्मेदारी दी गई है. 4.10 लंबी सुरंग शिंकुला दर्रा को बाईपास करेगी जो हर साल चार से पांच माह के लिए बर्फ से ढका रहता है. सुरंग में हर 500 मीटर पर ट्रांस पैसेज उपलब्ध कराए जाएंगे. इसके निर्माण के साथ ही यात्रा की दूरी भी सिमट जाएगी. 4 किलोमीटर की यात्रा में 30 मिनट की कमी आएगी. यह सुरंग लद्दाख को हर मौसम में कनेक्टिविटी प्रदान करेगी साथ ही हिमाचल प्रदेश और लद्दाख में आर्थिक विकास को बढ़ावा मिलेगा.
इसमें सुपरवाइजरी कंट्रोल और डेटा अधिग्रहण प्रणाली (एससीएडीए) के साथ-साथ फायर ब्रिगेड, मैकेनिकल वेंटिलेशन, और कम्युनिकेशन सिस्टम्स भी शामिल हैं.
सुरंग ट्विन-ट्यूब डबल-लेन होगी, जिसमें हर 500 मीटर पर क्रॉस पैसेज होंगे. सुरंग की विशेषताओं में सुपरवाइजरी कंट्रोल एंड डेटा एक्विजिशन सिस्टम (SCADA), मैकेनिकल वेंटिलेशन सिस्टम, फायर फाइटिंग सिस्टम और संचार प्रणाली शामिल हैं.
यह सुरंग हिमाचल प्रदेश में लाहौल घाटी को लद्दाख में ज़ांस्कर घाटी से जोड़ने वाली एक महत्वपूर्ण कड़ी के रूप में काम करेगी. वर्तमान में लेह के लिए दो मौजूदा सुरंगें हैं, श्रीनगर-ज़ोजिला-कारगिल-लेह और मनाली-अटल सुरंग-सरचू-लेह.
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डीकेएम/केआर