आसियान के साथ भारत के संबंधों को और मजबूत बनाने की उम्मीद: विदेश मंत्री एस जयशंकर

वियनतियाने, 25 जुलाई . विदेश मंत्री एस जयशंकर आसियान की बैठक के लिए गुरुवार को अपने तीन दिवसीय दौरे पर लाओस की राजधानी वियनतियाने पहुंचे. एस जयशंकर ने कहा कि वह दक्षिण पूर्वी राष्ट्रों के संगठन के साथ संबंधों को मजबूत करने के लिए तत्पर हैं.

एस जयशंकर ने अपने एक्स पोस्ट में लिखा, “आसियान-मैकेनिज्म बैठकों में हिस्सा लेने के लिए लाओस की राजधानी वियनतियाने पहुंच गया हूं. एक्ट ईस्ट नीति के 10 साल पूरे होने के अवसर पर आसियान के साथ भारत के संबंधों को और गहरा बनाने की उम्मीद है.”

वियनतियाने से विदेश मंत्री एस जयशंकर 29 जुलाई को ऑस्ट्रेलिया, जापान और संयुक्त राज्य अमेरिका के विदेश मंत्रियों के साथ क्वाड विदेश मंत्रियों की अगली बैठक में हिस्सा लेने के लिए जापान के टोक्यो जाएंगे.

वियनतियाने में दक्षिण पूर्व एशियाई राष्ट्रों के संगठन (आसियान) के विदेश मंत्रियों की 57वीं बैठक (एएमएम) में 31 देशों के विदेश मंत्रियों और प्रतिनिधियों समेत 1 हजार से ज्यादा प्रतिनिधि हिस्सा ले रहे हैं.

आसियान देश भारत की ‘एक्ट ईस्ट’ नीति के महत्वपूर्ण स्तंभ हैं और इंडो-पैसिफिक विजन के एक प्रमुख साझेदार भी हैं. 2024 के आसियान अध्यक्ष के रूप में लाओस की ओर से 22-27 जुलाई तक ‘आसियान: एन्हांसिंग कनेक्टिविटी एंड रेसिलिएंस’ विषय पर 25 मंत्रिस्तरीय बैठकों की मेजबानी की जा रही है.

विदेश मंत्री जयशंकर वियनतियाने में न केवल लाओस के उप प्रधानमंत्री और विदेश मंत्री सलीमक्से कोमासिथ के साथ द्विपक्षीय वार्ता करेंगे, बल्कि आसियान से संबंधित बैठकों के दौरान अन्य देशों के विदेश मंत्रियों के साथ भी बैठक करेंगे.

अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन, चीनी विदेश मंत्री वांग यी, ब्रिटेन के विदेश मंत्री डेविड लैमी और कई अन्य देशों के विदेश मंत्री भी आसियान बैठकों के लिए वियांग चान में होंगे.

एफजेड/केआर