बजट को लेकर टेक्सटाइल सेक्टर को काफी उम्मीदें

मुंबई, 22 जुलाई . मंगलवार को संसद में आम बजट (बजट 2024) पेश किया जाएगा. देश की वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण वित्त वर्ष 2025-26 के लिए बजट पेश करेंगी. मोदी सरकार के तीसरे कार्यकाल का यह पहला बजट है. बजट को लेकर टेक्सटाइल सेक्टर को काफी उम्मीदें हैं. हिंदुस्तान चैंबर ऑफ कॉमर्स के अध्यक्ष सुशील गादियान ने बजट से उम्मीदें जताई हैं.

उन्होंने कहा कि इस बजट से काफी उम्मीदें हैं. वर्तमान में कपड़ा उद्योग भारत का दूसरा सबसे बड़ा श्रम प्रधान उद्योग है. कृषि के बाद भारत में कपड़ा उद्योग सबसे ज्यादा लोगों को रोजगार देता है. सरकार से उम्मीद है कि कपड़ा उद्योग को ज्यादा से ज्यादा राहत दी जाएगी.

उन्होंने कहा कि अगर सरकार कपड़ा उद्योग पर ध्यान दे तो घरेलू और अंतरराष्ट्रीय व्यापार काफी हद तक बढ़ सकता है. भारत कपड़ा निर्यात में चीन, वियतनाम और श्रीलंका से प्रतिस्पर्धा नहीं कर पा रहा है, क्योंकि यहां श्रम, बिजली और ब्याज दरें बहुत महंगी हैं. सरकार की नीति के कारण हम अपनी इच्छा के अनुसार निर्यात नहीं कर पा रहे हैं.

उन्होंने कहा कि जब तक सरकार इन सभी समस्याओं पर ध्यान नहीं देगी, तब तक हमारा निर्यात नहीं बढ़ेगा. सरकार को प्रोसेस हाउस में कपड़ों की गुणवत्ता पर ध्यान देना चाहिए. घरेलू बाजार में मांग की तुलना में आपूर्ति बहुत अधिक है. भुगतान नहीं के कारण बहुत सारा माल बिक नहीं पाता. आज के समय में एमएसएमई सबसे बड़ा मुद्दा है. इस पर बहुत चर्चा हुई है. अगर सरकार एमएसएमई पर ध्यान देगी, तभी घरेलू बाजार चल पाएगा.

उन्होंने कहा कि सरकार ने व्यापारियों के अटके हुए भुगतान की वसूली के लिए कानून तो बना दिया है, लेकिन इस पर कोई सुनवाई नहीं हो रही है. 6-7 साल तक इस मामले में कोई फैसला नहीं लिया जाता है. सरकार के कानून मंत्री को इस मामले पर काम करना चाहिए.

आरके/