बहराइच: घाघरा नदी में छोड़ा गया ढाई लाख क्यूसेक पानी, फंसे 55 किसान, रेस्क्यू जारी

बहराइच, 20 जुलाई . उत्तर प्रदेश में भारी बारिश के कारण कई जिलों में नदियां उफान पर है. बहराइच से गुजरने वाली घाघरा नदी के जलस्तर में भी लगातार बढ़ोतरी हो रही है. बताया जा रहा है कि शुक्रवार शाम चौधरी चरण सिंह बैराज से घाघरा नदी में ढाई लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया. जिसके कारण कई ग्रामीण एक टापू पर फंस गए. हालांकि, बाद में उन्हें रेस्क्यू कर लिया गया.

दरअसल, 114 किसान खेती करने के लिए सुजौंली इलाके के चहलवा में नदी के बीच बने टापू पर गए थे. तभी घाघरा नदी में पानी छोड़ दिया गया. जैसे ही इसकी जानकारी प्रशासन को मिली तो मौके पर आला अधिकारी पहुंचे और उन्होंने देर रात कुछ किसानों का सकुशल रेस्क्यू किया.

बता दें कि स्थानीय नाविकों ने 60 से अधिक लोगों को निकाल लिया था, लेकिन बढ़ते जलस्तर की वजह से 50 से अधिक लोग टापू पर फंसे रहे. इस दौरान प्रशासन ने उन्हें वहां से निकालने के लिए एनडीआरएफ की टीम और सीमा सुरक्षा बल की मदद ली.

उपजिलाधिकारी संजय कुमार ने बताया कि नेपाल में भारी बारिश के कारण घाघरा नदी का जलस्तर बढ़ा है. कुछ किसान घाघरा नदी की दूसरी ओर खेती करने के लिए गए थे. अचानक पानी आने से वह लोग फंस गए. हमें सूचना मिली और इसके बाद 63 किसानों को रेस्क्यू किया गया और बाकी 50 से अधिक किसानों को निकालने की कोशिश की जा रही है.

उन्होंने कहा कि शुक्रवार शाम के मुकाबले घाघरा नदी के जलस्तर में मामूली कमी दर्ज की गई है. उन्होंने कहा कि जो किसान टापू पर फंसे हैं, वह सभी सुरक्षित है और प्रशासन बाढ़ के हालातों पर नजर बनाए हुए है.

आपको बता दें कि नेपाल में पहाड़ों पर जमकर बारिश हो रही है. इसके चलते नेपाल की ओर से लगातार नदियों में पानी छोड़ा जा रहा है. इसका असर नेपाल से सटे उत्तर प्रदेश के कई इलाकों में देखने को मिल रहा है.

एफएम/केआर