रांची में सहायक पुलिसकर्मियों पर लाठीचार्ज, भाजपा ने पूछा – ‘हेमंत जी तनिक भी लज्जा बची है?’

रांची, 19 जुलाई . रांची में सीएम आवास घेरने जा रहे झारखंड के सहायक पुलिसकर्मियों पर शुक्रवार को हुई लाठीचार्ज को लेकर भाजपा ने राज्य सरकार पर निशाना साधा है.

झारखंड प्रदेश भाजपा के अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने कहा है कि सहायक पुलिसकर्मियों की मांगों को पूरा करने की बजाय हेमंत सरकार पुलिस भेजकर लाठी-डंडे चलवा रही है. जिन सहायक पुलिसकर्मियों ने नक्सलियों के खिलाफ लड़ाई में अपनी जान लगा दी, उन्हें राज्य की पुलिस ही पीट रही है. उनका गुनाह सिर्फ एक है कि उन्होंने अपने अधिकारों के लिए आवाज उठाई, सरकार को चुनौती पेश की.

मरांडी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, “घमंड में चूर हेमंत सोरेन ने आदिवासी भाई-बहनों और गर्भवती माताओं तक को भी नहीं छोड़ा है. पूरे प्रदेश में अराजकता का माहौल तैयार कर दिया गया है. पिछले 17 दिनों से शांतिपूर्ण प्रदर्शन करने वाले सहायक पुलिसकर्मियों पर इस तरह का कायराना हमला करवाना हेमंत की मानसिकता को दर्शाता है. राज्य ने पिछले 24 सालों में ऐसी राजनीतिक अराजकता नहीं देखी है, न ही ऐसा क्रूर और निर्दयी हेमंत रूपी शासक देखा है, जो अपने ही लोगों की जान के पीछे हाथ धोकर पड़ा है.”

झारखंड विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष अमर कुमार बाउरी ने भी सहायक पुलिसकर्मियों पर लाठीचार्ज की तीखी भर्त्सना करते हुए कहा कि सरकारी वर्दी वालों से निःसहाय वर्दी वालों को पिटवाने का कुकृत्य कर झामुमो-कांग्रेस-राजद सरकार ने अपने ही ताबूत में आखिरी कील ठोकने का काम कर लिया है. हेमंत सोरेन ने खुद चुनाव के पूर्व अनुबंध पर काम करने वाले इन सहायक पुलिसकर्मियों की सेवा स्थायी करने का वचन दिया था और अब अपने ही वादे से मुकर रहे हैं.

उन्होंने भी एक्स पर हेमंत सोरेन को संबोधित करते हुए तंज किया, “स्वघोषित शेरदिल हेमंत जी तनिक भी लज्जा बची है? कार्यालय में तो जबरदस्त तालियां बजा रहे होंगे आप लोग!”

बता दें कि सेवा स्थायी करने की मांग पर आंदोलन कर रहे झारखंड के सहायक पुलिसकर्मियों ने शुक्रवार को सरकार से वार्ता विफल होने के बाद सीएम हाउस के समक्ष प्रदर्शन किया. इस दौरान उन्होंने बैरिकेडिंग तोड़ी तो पुलिस और सुरक्षाबलों ने उन पर लाठीचार्ज किया. इस टकराव में दोनों ओर से लगभग एक दर्जन लोग घायल हुए हैं, जिन्हें इलाज के लिए रिम्स में दाखिल कराया गया है.

एसएनसी/एबीएम