पेइचिंग में जारी सीपीसी के पूर्णाधिवेशन पर देश-दुनिया की नज़र : प्रो. स्वर्ण सिंह

बीजिंग, 17 जुलाई . चीन में इन दिनों एक महत्वपूर्ण सत्र जारी है, जिस पर लोगों की नजर बनी हुई है. वह है चीनी कम्युनिस्ट पार्टी की 20वीं केंद्रीय समिति का तीसरा पूर्णाधिवेशन. यह अधिवेशन 15 जुलाई को पेइचिंग में शुरू हुआ, जिसमें व्यापक तौर पर सुधारों को गहराने और चीनी शैली का आधुनिकीकरण बढ़ाने पर जोर दिया गया है.

यह महत्वपूर्ण पूर्णाधिवेशन 18 जुलाई को संपन्न हो जाएगा. इस बारे में सीएमजी संवाददाता ने जेएनयू में अंतर्राष्ट्रीय मामलों के प्रोफेसर स्वर्ण सिंह के साथ खास बातचीत की.

प्रो. सिंह कहते हैं कि जैसा कि हम जानते हैं कि चीन दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है. कम्युनिस्ट पार्टी की केंद्रीय समिति की सालाना बैठक होती है, उसमें क्या-क्या दिशा-निर्देश जारी होते हैं, किस तरह के सुधारों पर बातचीत और बहस होती है. इसीलिए, इस तरह की विस्तृत और महत्वपूर्ण बैठक पर पूरी दुनिया की नजर बनी रहती है और उसका विश्लेषण किया जाता है. साथ ही यह जानने की भी कोशिश होती है कि चीन किस दिशा में जा रहा है.

उन्होंने कहा कि इस पूर्णाधिवेशन में आर्थिक ढांचे और सामाजिक तौर-तरीकों में सुधार करने और उन्हें गहरा करने की चीनी नेतृत्व की कोशिश होती है, उस पर भी फ़ोकस रहता है. उसमें खास ध्यान चीनी नागरिकों के कल्याण और समृद्धि के प्रति बना रहता है. इसके साथ ही दुनिया के अन्य विषयों पर भी चर्चा इसमें होती है, चाहे यूक्रेन में जारी तनाव का मसला हो या पर्यावरण आदि अंतर्राष्ट्रीय मुद्दे. लेकिन, मुख्यत: अपने देश के आर्थिक सुधारों पर ही ध्यान बना रहेगा.

पूर्णाधिवेशन के आखिर में इस बारे में जो दस्तावेज जारी होगा, इस पर सबकी नजर बनी रहेगी कि चीन की तरफ से क्या दिशानिर्देश जारी होने वाले हैं. लेकिन, पूर्णाधिवेशन में चीनी शैली के आधुनिकीकरण और सुधारों पर जोर रहेगा. यह भी ध्यान रहेगा कि चीन का शीर्ष नेतृत्व चीनी शैली से किस तरह अपनी रणनीति आगे बढ़ाता है. साथ ही पश्चिमी देशों के तौर-तरीकों से हटकर भी चीन अपनी विचारधारा को आगे ले जाने पर ध्यान देगा. इस लिहाज इस पूर्णाधिवेशन का व्यापक महत्व है.

(प्रस्तुति- अनिल पांडेय, चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)

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