जीटीबी अस्पताल हत्याकांड के दो आरोपियों की कैसे हुई गिरफ्तारी, डीसीपी ने बताया

नई दिल्ली, 15 जुलाई . राष्ट्रीय राजधानी के जीटीबी अस्पताल में एक युवक ने गोली मारकर एक मरीज की हत्या कर दी थी. आरोपी युवक की उम्र 18 वर्ष बताई जा रही थी. पुलिस इस मामले की जांच में जुटी हुई थी. अब इस हत्याकांड में संलिप्त दो आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है.

दिल्ली के शाहदरा जिला के दिलशाद गार्डन स्थित जीटीबी अस्पताल में भर्ती मरीज की हत्या में शामिल दो आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. आरोपी कुख्यात हासिब बाबा गैंग के सदस्य बताए जा रहे हैं. पूछताछ में आरोपियों ने खुलासा किया कि उनके निशाने पर अस्पताल में भर्ती दूसरा मरीज था, लेकिन गलत पहचान की वजह से दूसरे मरीज की हत्या हो गई.

आरोपियों की गिरफ्तारी को लेकर डीसीपी सुरेंद्र चौधरी ने बताया कि आरोपियों की पहचान फैज और फरहान के रूप में की गई है और दोनों दिल्ली से सटे लोनी इलाके के रहने वाले हैं. रविवार को जीटीबी अस्पताल के वार्ड नंबर 24 में भर्ती रियाजुद्दीन नाम के मरीज की बदमाशों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी. हत्या का मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू की गई, इसके बाद वार्ड के पास लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज की जांच की गई. इसमें चार व्यक्ति अस्पताल के आपातकालीन द्वार से प्रवेश करते हुए दिखाई दिए.

डीसीपी ने बताया कि फैज ने अपनी बाइक उन लोगों को यहां तक आने के लिए दी थी और फरहान भी उस हत्याकांड के समय वहां उपस्थित था. इसके साथ ही इस हत्याकांड का मास्टरमाइंड फहीम है जो हासिब बाबा गैंग के लिए काम करता है. उन्होंने आगे बताया कि फैज और फरहान के मुताबिक वह दूसरे आदमी को मारने आए थे लेकिन गलती से किसी और की हत्या कर दी गई.

जांच के दौरान वार्ड में भर्ती व्यक्ति ने बताया कि उसकी हासिम बाबा गिरोह के साथ कुछ प्रतिद्वंद्विता है, और ये लोग उसे मारने आए थे. लेकिन, बदमाशों ने उस व्यक्ति को मार दिया, जो उसके बगल वाली बेड पर था.

व्यक्ति पर 12 जुलाई को कुछ बदमाशों ने गोली चलाई थी, जिसके बाद उसे अस्पताल में भर्ती किया गया था. आरोपियों को पकड़ने के लिए पुलिस की टीमों का गठन किया गया और फुटेज के आधार पर बदमाशों की पहचान की गई. साथ ही उनके सोशल मीडिया अकाउंट व मोबाइल नंबर भी हासिल किए गए और सीडीआर कॉल डीटेल रिकॉर्ड का विश्लेषण किया गया. जिसके आधार पर उनकी गिरफ्तारी हो सकी है.

पुलिस को इससे पहले घटना को लेकर एक पीसीआर कॉल मिली थी. जब पुलिस मौके पर पहुंची, तो पता चला कि मरीज रियाजुद्दीन को 23 जून को अस्पताल में भर्ती कराया गया था. पुलिस के अनुसार जिस मरीज की गोली मारकर हत्या की गई उसे पेट के संक्रमण के इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया था. रविवार शाम करीब चार बजे लगभग 18 साल का एक युवक वार्ड में आया और गोली मारकर रियाजुद्दीन की हत्या कर दी.

हत्या की सूचना के तुरंत बाद पुलिस टीम अस्पताल पहुंची. वहां पता चला कि मरीज की मौत हो चुकी है. मृतक खजूरी खास का रहने वाला है.

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