नोएडा-ग्रेटर नोएडा में बिल्डर-बायर्स के बीच समस्याओं का जल्द किया जाए समाधान : सीएम योगी

लखनऊ, 15 जुलाई . उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को एक उच्चस्तरीय बैठक में चालू वित्तीय वर्ष में कर-करेत्तर राजस्व प्राप्तियों की स्थिति की समीक्षा की. इस दौरान उन्होंने कहा कि राजस्व बढ़ाने के लिए नए स्रोत तलाशें, तकनीक को अपनाएं और रिफॉर्म करें.

मुख्यमंत्री ने जीएसटी, वैट, आबकारी, स्टाम्प एवं पंजीयन, परिवहन, भू-राजस्व और ऊर्जा में राजस्व संग्रह के लक्ष्य और उसके सापेक्ष प्राप्तियों का विवरण प्राप्त किया. साथ ही विभागीय अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए.

उन्होंने कहा कि नियोजित प्रयासों से प्रदेश के कर-करेत्तर राजस्व संग्रह में सतत वृद्धि हो रही है. वर्तमान वित्तीय वर्ष की प्रथम तिमाही में विविध माध्यमों से अब तक 51 हजार करोड़ से अधिक की राजस्व प्राप्ति हुई है. इसमें जीएसटी/वैट से लगभग 28,000 करोड़, एक्साइज टैक्स के रूप में 12,000 करोड़, स्टाम्प एवं पंजीयन से 7,500 करोड़, परिवहन से 3,000 करोड़, ऊर्जा से 733 करोड़ और भू-राजस्व के रूप में 114 करोड़ रुपए से अधिक का राजस्व संग्रह हुआ है. यह स्थिति संतोषजनक कही जा सकती है. यह जनता से एकत्रित राशि है, जो प्रदेश के विकास में, जनता के हित में, लोककल्याणकारी कार्यों में व्यय होगा.

उन्होंने कहा कि प्रदेश में अपार संभावनाएं हैं. लगातार प्रयासों से आज प्रदेश में 31 लाख से अधिक जीएसटी पंजीकृत व्यापारी हैं. इसे और बढ़ाया जाना चाहिए. राजस्व संग्रह बढ़ाने के लिए हमें नए स्रोत भी बनाने चाहिए. नियमों को सरल बनाएं, तकनीक को अपनाएं, रिफॉर्म करें. राजस्व की चोरी राष्ट्रीय क्षति है. जीएसटी की चोरी/अपवंचन की कोशिशों को रोकने के लिए सजगता बढ़ाए जाने की जरूरत है. राज्य कर विभाग की विशेष अनुशासनिक और सचल दल इकाइयों की सक्रियता और बढ़ाए जाने की जरूरत है.

उन्होंने कहा कि अवैध शराब, कच्ची शराब बनाने और बेचने की गतिविधियों को बंद करने में हमें सफलता मिली है. ऐसी गतिविधियों पर कार्रवाई लगातार जारी रखी जानी चाहिए. संग्रह लक्ष्य के सापेक्ष आबकारी विभाग द्वारा और बेहतर प्रयास किया जाना अपेक्षित है. नोएडा, ग्रेटर नोएडा में बिल्डर-बायर्स के बीच समस्याओं का समाधान तेजी के साथ किया जाए. हमें हर एक बायर के हितों की सुरक्षा करनी है. बायर को उसके फ्लैट की रजिस्ट्री समय से मिलनी चाहिए. बिना परमिट, बिना फिटनेस एक भी वाहन सड़क पर नहीं आने चाहिए. इसके लिए सघन चेकिंग करें.

विकेटी/एबीएम