मुंबई, 12 जुलाई . छत्रपति संभाजीनगर में आईएसआईएस की आतंकी साजिश के मामले में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने शुक्रवार को मुंबई की एक विशेष अदालत में आरोप पत्र पेश किया. इसमें एक लीबियाई नागरिक समेत दो आरोपियों के नाम शामिल हैं. एक अधिकारी ने यह जानकारी दी.
एनआईए ने आरोप पत्र में इस साल फरवरी में गिरफ्तार महाराष्ट्र के एम. जोहेब खान और लीबियाई नागरिक एम. शोएब खान को छत्रपति संभाजीनगर में आईएसआईएस की एक आतंकी साजिश में मुख्य साजिशकर्ता बताया है.
जोहेब को शोएब ने भर्ती किया था. इन दोनों ने आईएसआईएस के भारत विरोधी एजेंडे को बढ़ावा देने और देश भर में संवेदनशील प्रतिष्ठानों पर आतंकवादी हमले के लिए युवाओं की भर्ती करने की साजिश रची थी.
एनआईए की विशेष अदालत के समक्ष पेश आरोप पत्र में आईएसआईएस/आईएस के आतंकवादियों के विदेशी संचालकों से जुड़ी साजिश के अंतरराष्ट्रीय संबंधों को उजागर किया है.
एनआईए की जांच में पहले ही जोहेब और शोएब से जुड़ी भारत विरोधी गतिविधियों के नेटवर्क को उजागर किया जा चुका है. इन लोगों ने आईएसआईएस के स्वयंभू खलीफा के प्रति ‘बयात (वफादारी की शपथ)’ ली थी.
एनआईए के मुताबिक, भारत में आतंकी हमलों को अंजाम देने के बाद जोहेब और शोएब ने तुर्की या अफगानिस्तान भागने की योजना बनाई थी.
आरोपी आईएसआईएस की चरमपंथी विचारधारा को बढ़ावा देने के लिए एक वेबसाइट विकसित करने में शामिल थे. इसके माध्यम से उन्होंने दुनिया भर के युवाओं को आईएसआईएस में भर्ती करने की योजना बनाई थी.
जांच में पाया गया कि जोहेब ने छत्रपति संभाजीनगर के 50 से अधिक युवाओं के साथ एक व्हाट्सएप ग्रुप बनाया था. इसका उद्देश्य भारत में आईएसआईएस की गतिविधियों बढ़ाना था. जोहेब और शोएब दोनों ही योजनाबद्ध आतंकी हमलों के लिए विस्फोटकों के निर्माण और आईईडी बनाने से संबंधित वीडियो का आदान-प्रदान कर रहे थे.
इन्होंने अपने एजेंडे का एक विस्तृत टाइम-टेबल भी तैयार किया था. इसमें भारत में आतंकी हमलों की योजना, तैयारी और उन्हें अंजाम देने और उसके बाद की कार्रवाई शामिल थी.
एनआईए ने आरोपपत्र में कहा, “आरोपियों ने भारत की सुरक्षा, इसकी धर्मनिरपेक्षता और शासन की लोकतांत्रिक प्रणाली को खतरे में डालने की साजिश रची थी.”
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