नई दिल्ली, 11 जुलाई . केंद्र सरकार ने निर्णय लिया है कि सरकार के 100 दिवसीय एजेंडे के तहत भारत सरकार के सभी संलग्न, अधीनस्थ कार्यालयों और स्वायत्त निकायों में ई-ऑफिस लागू किया जाएगा. इसके लिए कुल 133 संलग्न, अधीनस्थ कार्यालयों और स्वायत्त निकायों की पहचान की गई.
दरअसल, वर्ष 2019-2024 के दौरान केंद्रीय सचिवालय में ई-ऑफिस को अपनाने में उल्लेखनीय गति आई. केंद्र सरकार के मुताबिक करीब 37 लाख फाइलें, यानी 94 प्रतिशत फाइलों को ई-फाइल और 95 प्रतिशत रसीदों को ई-रसीद के रूप में संभाला गया. सरकार ने अब इस पहल को और बढ़ाने के लिए ई-ऑफिस एनालिटिक्स विकसित किया.
कार्मिक मंत्रालय के मुताबिक केंद्रीय सचिवालय में ई-ऑफिस प्लेटफॉर्म के सफल कार्यान्वयन की पृष्ठभूमि में सरकार ने निर्णय लिया है कि ई-ऑफिस को लागू किया जाएगा.
केंद्र सरकार के मुताबिक अंतर-मंत्रालयी परामर्श के बाद कार्यान्वयन के लिए 133 संलग्न, अधीनस्थ कार्यालयों और स्वायत्त निकायों की पहचान की गई है. डीएआरपीजी ने हाल ही में संलग्न, अधीनस्थ कार्यालयों और स्वायत्त निकायों में ई-ऑफिस अपनाने के दिशानिर्देश जारी किए.
डीएआरपीजी सचिव वी. श्रीनिवास की अध्यक्षता में एक अंतर-मंत्रालयी बैठक में ऑन-बोर्डिंग रोडमैप और तकनीकी तौर-तरीकों पर चर्चा की गई. इसमें सभी मंत्रालयों व विभागों के अधिकारियों और 133 संबद्ध, अधीनस्थ कार्यालयों और स्वायत्त निकायों के वरिष्ठ अधिकारियों ने भाग लिया.
एनआईसी की उप महानिदेशक रचना श्रीवास्तव के नेतृत्व में एनआईसी की टीम ने ई-ऑफिस के कार्यान्वयन के लिए प्रक्रियागत तकनीकी जानकारी प्रस्तुत की. यह निर्णय लिया गया कि सभी मंत्रालय/विभाग अपने संबद्ध, अधीनस्थ कार्यालयों और स्वायत्त निकायों के साथ समन्वय करेंगे, नोडल अधिकारी नियुक्त करेंगे, डेटा सेंटर स्थापित करेंगे और सरकार के 100 दिनों के एजेंडे के तहत ई-ऑफिस को तय समय-सीमा में अपनाने के लिए उपयोगकर्ताओं/लाइसेंसों की संख्या पर एनआईसी को अनुरोध प्रस्तुत करेंगे.
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जीसीबी/एबीएम