नई दिल्ली, 9 जुलाई . एक नई रिपोर्ट में कहा गया है कि घरेलू और निर्यात दोनों बाजारों को देखते हुए दोपहिया वाहन उद्योग वित्त वर्ष 2025 में लगभग 7 से 9 प्रतिशत की वृद्धि दर बनाए रखने की उम्मीद है.
केयरएज रेटिंग्स के अनुसार, वित्त वर्ष 2025 में यह वृद्धि सरकार की इलेक्ट्रिक मोबिलिटी प्रमोशन स्कीम (ईएमपीएस) 2024 द्वारा समर्थित उच्च इलेक्ट्रिक वाहन (ईवी) की बिक्री की वजह से बने रहने की उम्मीद है.
केयरएज रेटिंग्स के निदेशक हार्दिक शाह ने कहा, “कोविड के बाद, वित्त वर्ष 2020, 2021 और 2022 के दौरान दोपहिया वाहनों की बिक्री में लगातार गिरावट दर्ज की गई थी. लेकिन, वित्त वर्ष 2023 से इसमें सुधार शुरू हुआ और यही गति वित्त वर्ष 2024 में भी जारी रही.”
वित्त वर्ष 2023 में दोपहिया वाहन उद्योग ने 19.51 मिलियन यूनिट की बिक्री दर्ज की थी. जो पिछले वित्तीय वर्ष 2022 की 18.01 मिलियन यूनिट की तुलना में 8 प्रतिशत अधिक थी.
वित्त वर्ष 2024 में इस उद्योग में और तेजी देखने को मिली और 21.43 मिलियन यूनिट की कुल बिक्री के साथ 9.8 प्रतिशत की वृद्धि हासिल की गई और यह जारी है.
हालांकि, रिपोर्ट के अनुसार यह वित्त वर्ष 2019 में दर्ज की गई अधिकतम बिक्री से कम थी, क्योंकि इस वर्ष 24.46 मिलियन यूनिट दोपहिया वाहनों की बिक्री हुई थी.
वित्त वर्ष 2024 के दौरान घरेलू दोपहिया उद्योग में 13 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई, जबकि निर्यात मात्रा में 5 प्रतिशत की गिरावट देखी गई. हालांकि वित्त वर्ष 2023 के मुकाबले यह फिर भी बेहतर है.
वित्त वर्ष 2023 में ईवी की बिक्री लगभग 0.73 मिलियन यूनिट तक पहुंच गई. जो कुल दोपहिया वाहनों की बिक्री का 4.54 प्रतिशत है. यह 188 प्रतिशत की साल-दर-साल उल्लेखनीय वृद्धि को दर्शाता है. वहीं वित्त वर्ष 2024 में ईवी की बिक्री लगभग 30 प्रतिशत बढ़ी और यह 0.94 मिलियन यूनिट की मात्रा को पार कर गई.
रिपोर्ट में उल्लेख किया गया है कि वित्त वर्ष 2024 में मोटरसाइकिलों की बिक्री में 8 प्रतिशत की वृद्धि हुई है, जबकि स्कूटर की बिक्री में 13 प्रतिशत की वृद्धि हुई है.
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