नई दिल्ली, 8 जुलाई . अमरनाथ यात्रा में भाग लेने वाले तीर्थयात्रियों को बेहतर मोबाइल कनेक्टिविटी देने के लिए सरकार ने सोमवार को दूरसंचार बुनियादी ढांचे में महत्वपूर्ण सुधार की घोषणा की.
दूरसंचार विभाग (डीओटी) ने कहा कि एयरटेल, बीएसएनएल और रिलायंस जियो सहित प्रमुख दूरसंचार सेवा प्रदाताओं (टीएसपी) के सहयोग से यात्रा मार्गों पर निरंतर कवरेज प्रदान करने के लिए बुनियादी ढांचे पर काम किया गया है.
दूरसंचार विभाग ने बताया, ”कवरेज सुनिश्चित करने के लिए कुल 82 साइटें (एयरटेल, आरजेआईएल और बीएसएनएल) सक्रिय होंगी. यात्रा मार्गों पर कुल 31 नई साइटें स्थापित की गई हैं, जिससे 2023 की कुल संख्या 51 से बढ़कर 2024 में 82 हो गई है. इस वृद्धि का उद्देश्य तीर्थयात्रियों और आम जनता को मोबाइल कनेक्टिविटी प्रदान करना है.”
विभाग के अनुसार लखनपुर से काजीगुंड और काजीगुंड से पहलगाम और बालटाल तक के मार्गों पर तीर्थयात्रियों और आम जनता के लिए कई स्थानों पर 2जी, 3जी, 4जी सहित 5जी तकनीक की सुविधा दी गई है.
तीर्थयात्रियों को दूरसंचार सुविधा प्रदान करने के लिए अन्य स्थानों के अलावा सिम वितरण केंद्रों के कुछ प्रमुख बिंदु भी खोले गए हैं.
ये केंद्र लखनपुर, यात्री निवास भगवती नगर, चंद्रकोट, अनंतनाग, श्रीनगर, श्रीनगर हवाई अड्डा, पहलगाम, सोनमर्ग और बालटाल में स्थित हैं.
पिछले नौ दिनों में 1.82 लाख से अधिक तीर्थयात्रियों ने अमरनाथ की पवित्र गुफा के दर्शन किए हैं, जबकि 5,803 यात्रियों का एक और जत्था सोमवार को कश्मीर के लिए रवाना हुआ.
बता दें कि यात्री या तो 48 किलोमीटर लंबे पारंपरिक पहलगाम मार्ग या 14 किलोमीटर लंबे छोटे बालटाल मार्ग से यात्रा करते हैं.
पहलगाम मार्ग का उपयोग करने वालों को गुफा मंदिर तक पहुंचने में चार दिन का समय लगता है, जबकि बालटाल मार्ग का उपयोग करने वाले लोग ‘दर्शन’ के बाद उसी दिन आधार शिविर लौट आते हैं.
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एमकेएस/