बीजिंग, 4 जुलाई . संयुक्त राष्ट्र महासभा के 78वें सत्र ने सर्वसम्मति से चीन द्वारा प्रस्तावित और 140 से अधिक देशों द्वारा सह-प्रायोजित, कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआई) की क्षमता के निर्माण में अंतर्राष्ट्रीय सहयोग को मजबूत करने के प्रस्ताव को अपनाया.
सीजीटीएन द्वारा किए गए एक वैश्विक ऑनलाइन सर्वेक्षण के अनुसार, अधिकांश उत्तरदाताओं ने वैश्विक एआई सहयोग को बढ़ावा देने के लिए चीन के प्रयासों की बहुत प्रशंसा की. उनमें से 89.72 प्रतिशत चीन के इस रुख की सराहना करते हैं कि एआई के विकास को “मानव-केंद्रित होने के सिद्धांतों” का पालन करना चाहिए, लाभकारी बुद्धिमत्ता को बढ़ावा देना चाहिए और मानवता को लाभ पहुंचाना चाहिए. आज, एआई तकनीक का उपयोग दैनिक जीवन के हर पहलू में किया जा रहा है.
सर्वेक्षण में, 63.98 प्रतिशत उत्तरदाताओं ने कहा कि उन्होंने एआई उत्पादों का उपयोग किया है. 65.16 प्रतिशत उत्तरदाताओं का मानना है कि एआई उत्पाद जीवन में अधिक सुविधा लाते हैं. वहीं, 60.43 प्रतिशत उत्तरदाताओं का मानना है कि एआई उत्पाद उत्पादन दक्षता में सुधार करते हैं और अविश्वसनीय सामाजिक संपदा बनाते हैं. साथ ही, एआई तकनीक के नैतिक और विनियामक मुद्दे भी सभी देशों के सामने चुनौतियां हैं.
93.11 प्रतिशत उत्तरदाताओं ने कहा कि एआई की सुरक्षा इसके विकास जितनी ही महत्वपूर्ण है, तथा प्रबंधन, अनुसंधान एवं विकास, आपूर्ति एवं उपयोग के सभी पहलुओं में पर्यवेक्षण को मजबूत किया जाना चाहिए. सर्वेक्षण में, 80.33 प्रतिशत उत्तरदाताओं ने चिंता व्यक्त की कि अधिकांश देश, विशेष रूप से विकासशील देश, अभी तक एआई तक सही मायने में पहुंच, उपयोग और लाभ नहीं उठा पाए हैं. वैश्विक डिजिटल विभाजन लगातार बढ़ रहा है.
87.41 प्रतिशत उत्तरदाताओं ने एआई क्षमता निर्माण, एआई तकनीक को समान रूप से विकसित और उपयोग करने, तथा एआई के ज्ञान और उपलब्धियों को साझा करने पर अंतर्राष्ट्रीय सहयोग को मजबूत करने की अपेक्षा की.
90.09 प्रतिशत का कहना है कि विकसित देशों और तकनीकी लाभ वाले देशों को विकासशील देशों को अधिक तकनीकी और वित्तीय सहायता प्रदान करनी चाहिए. इसके अलावा, चीन देशों, विशेष रूप से विकासशील देशों को उनकी एआई क्षमता निर्माण को मजबूत करने और कृत्रिम बुद्धिमत्ता के समावेशी, लाभकारी और सतत विकास को प्राप्त करने के लिए वैश्विक एआई शासन में उनके प्रतिनिधित्व और आवाज को बढ़ाने में मदद करने के लिए अंतर्राष्ट्रीय सहयोग और व्यावहारिक कार्यों को प्रोत्साहित करता है.
सर्वेक्षण में, वैश्विक उत्तरदाताओं में से 89.4 प्रतिशत चीन के प्रस्ताव से दृढ़ता से सहमत हैं. सीजीटीएन द्वारा अंग्रेजी, स्पेनिश, फ्रेंच, अरबी और रूसी में प्रकाशित इस सर्वेक्षण में 24 घंटे के भीतर 9481 लोगों से प्रतिक्रियाएं प्राप्त हुईं.
(साभार- चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)
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