बीजिंग, 3 जुलाई . चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग और कजाकिस्तान के राष्ट्रपति कासिम-जोमार्ट टोकायेव ने अस्ताना स्थित राष्ट्रपति भवन में बुधवार दोपहर वार्ता के बाद संयुक्त रूप से पत्रकारों से मुलाकात की.
शी चिनफिंग ने बताया कि मैत्रीपूर्ण पड़ोसी देश कजाकिस्तान की यह मेरी पांचवीं यात्रा है और नौ महीनों के अंतराल के बाद राष्ट्रपति टोकायेव के साथ यह मेरी पहली मुलाकात है. मैंने राष्ट्रपति टोकायेव के साथ सौहार्दपूर्ण, मैत्रीपूर्ण और उपयोगी बातचीत की, व्यापक सहमति प्राप्त की, ‘चीन लोक गणराज्य और कजाकिस्तान गणराज्य के संयुक्त वक्तव्य’ पर संयुक्त रूप से हस्ताक्षर किए, और दोनों देशों के बीच भविष्य के सहयोग के लिए प्रमुख दिशाओं की संयुक्त रूप से योजना बनाई.
उन्होंने कहा कि हमने दोनों देशों के बीच कई अंतर-सरकारी और अंतर-विभागीय सहयोग दस्तावेजों पर हस्ताक्षर को भी देखा है, जिनमें अर्थव्यवस्था और व्यापार, अंतःसंबधन, ऊर्जा, कृषि, विज्ञान और प्रौद्योगिकी और मानविकी जैसे प्रमुख क्षेत्रों को शामिल किया गया. इससे चीन-कजाकिस्तान संबंधों के उच्च गुणवत्ता वाले विकास को नई प्रेरणा मिली.
शी ने कहा कि हम सहमत हैं कि चीन और कजाकिस्तान दोनों अपने-अपने विकास और पुनरुद्धार के महत्वपूर्ण चरण में हैं और आधुनिकीकरण की राह पर साथी यात्री हैं. दोनों पक्ष आपसी समर्थन की अच्छी परंपरा को आगे बढ़ाते हुए राजनीतिक आपसी विश्वास को गहरा करना जारी रखेंगे, विकास रणनीतियों के संयोजन को बढ़ावा देते हुए एक-दूसरे के मूल हितों की मजबूती से रक्षा करेंगे.
राष्ट्रपति शी ने इस बात पर जोर दिया कि चीन ब्रिक्स सहयोग तंत्र में भाग लेकर और वैश्विक शासन में अपना महत्वपूर्ण योगदान देने में कजाकिस्तान की सहायता करके अंतर्राष्ट्रीय मंच पर एक ‘मध्यम शक्ति’ की भूमिका निभाएगा. चीन और कजाकिस्तान दोनों शांगहाई सहयोग संगठन (एससीओ) के संस्थापक सदस्य हैं. एससीओ के अध्यक्ष के रूप में अपने कार्यकाल के दौरान, कजाकिस्तान ने क्षेत्रीय सहयोग को बढ़ावा देने और संगठन के विकास को आगे बढ़ाने में उल्लेखनीय योगदान दिया.
टोकायेव ने कहा कि राष्ट्रपति शी चिनफिंग की वर्तमान यात्रा का विशेष ऐतिहासिक महत्व है और यह कजाकिस्तान-चीन संबंधों को उच्च स्तर पर पहुंचाने के लिए एक नया प्रारंभिक बिंदु होगा. चीन कजाकिस्तान का मित्रवत पड़ोसी और स्थायी चतुर्मुखी रणनीतिक साझेदार है. कजाकिस्तान-चीन संबंध हमेशा आपसी सम्मान और आपसी विश्वास पर आधारित रहते हैं और दोनों देशों के बीच कोई अनसुलझे मुद्दे नहीं हैं. दोस्ती कजाकिस्तान और चीन की साझा संपत्ति है और सोने से भी ज्यादा कीमती है. कजाकिस्तान चीन के साथ नए ‘स्वर्णिम 30 वर्षों’ में कजाकिस्तान-चीन संबंधों को और आगे बढ़ाने की अपेक्षा करता है.
(साभार- चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)
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