नई दिल्ली, 2 जुलाई . लोकसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा में हिस्सा लेते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर एक किस्से के जरिए बड़ा हमला बोला.
उन्होंने कहा कि मैं एक किस्सा सुनाता हूं. एक बच्चा स्कूल से आया और जोर-जोर से रोने लगा. उसकी मां भी डर गई, क्या हो गया. वह कहने लगा मां मुझे स्कूल में मारा गया. आज उसने मारा, इसने मारा और रोने लगा. मां ने बात पूछी तो बता नहीं रहा था. बच्चा ये नहीं बता रहा था कि उस बच्चे ने किसी बच्चे को मां की गाली दी थी, किताबें फाड़ दी थी, टीचर को चोर कहा था, किसी का टिफिन चुराकर खा गया था. हमने कल सदन में यही बचकाना हरकत देखी. कल यहां बालक बुद्धि का विलाप चल रहा था. मुझे मारा गया, इसने मारा, उसने मारा, वहां मारा, यहां मारा, ये चल रहा था.
पीएम मोदी ने कहा कि सभापति जी, सिंपैथी हासिल करने के लिए नया ड्रामा चलाया गया है. लेकिन, ये सच्चाई जानते हैं कि हजारों-करोड़ों की हेराफेरी के मामले में जमानत पर बाहर हैं. इनको देश की सर्वोच्च अदालत पर गैर जिम्मेदाराना बयान देने के बाद माफी मांगनी पड़ी है. इन पर वीर सावरकर के खिलाफ बयान देने का मुकदमा चल रहा है. झूठ बोलने के गंभीर आरोप हैं. न बोलने का ठिकाना होता है, न व्यवहार का ठिकाना होता है और जब ये बालक बुद्धि पूरी तरह सवार हो जाती है, सदन में किसी के भी गले पड़ जाते हैं. सदन में बैठ कर आंखें मारते हैं… पूरा देश इन्हें समझ गया है. इसलिए, देश कह रहा है तुमसे नहीं हो पाएगा, तुमसे न हो पाएगा.
उन्होंने आगे कहा कि तुलसीदास कह गए हैं — झूठई लेना, झूठई भोजन, झूठई चबैना… कांग्रेस ने झूठ को राजनीति का हथियार बनाया है. इनके मुंह झूठ लग गया है. जैसे आदमखोर जानवर के मुंह में खून लग जाता है. ऐसे ही इनके मुंह झूठ का खून लग गया है. देश ने कल एक जुलाई को ‘खटाखट दिवस’ भी मनाया. एक जुलाई को लोग अपने बैंक अकाउंट चेक कर रहे थे कि 8,500 रुपये आए कि नहीं आए. झूठ नैरेटिव का परिणाम देखिए, कांग्रेस ने देशवासियों को गुमराह किया, माताओं-बहनों को हर महीने 8,500 रुपये देने का झूठ. माताओं-बहनों के दिल को जो चोट लगी है, वह कांग्रेस को तबाह करने वाली है.
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एकेएस/एबीएम